नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बार नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा ने उन्हें नंदीग्राम में 'बाहरी' के रूप में चिह्नित करती है। ममता बनर्जी ने इसके जवाब में कहा कि वह इस निर्वाचन क्षेत्र नहीं छोड़ेंगी। नंदीग्राम के सोनाचूरा में एक रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं किसी अन्य निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ सकती थी, लेकिन मैंने नंदीग्राम को इस जगह की माताओं और बहनों को अपना सम्मान देने के लिए चुना है। नंदीग्राम आंदोलन को सलाम करने के लिए मैंने सिंगूर के ऊपर नंदीग्राम को चुना।'
उन्होंने कहा, 'अगर मैंने एक बार नंदीग्राम में प्रवेश किया तो मैं नहीं जाऊंगी। नंदीग्राम मेरी जगह है, मैं यहां रहूंगी।' यहां उनका मुकाबला अपने पुरानी करीबी और बीजेपी नेता शुवेंदु अधिकारी से है। यहां दूसरे चरण में 1 अप्रैल को वोटिंग होनी है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं भवानीपुर से विधायक ममता ने इस बार नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
अधिकारी परिवार पर लगाया गंभीर आरोप
एक दिन पहले ममता ने अपने दावे को दोहराया कि 14 मार्च, 2007 को नंदीग्राम में पुलिस कार्रवाई अनुभवी नेता शिशिर अधिकारी और उनके पुत्र शुभेंदु अधिकारी की जानकारी के बगैर नहीं हुई होगी। कार्रवाई में 14 लोग मारे गए थे। गौरतलब है कि अधिकारी परिवार ने हाल ही के महीनों में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा है। शुभेंदु पर हमला तेज करते हुए चुनावी रैली में मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि उन्होंने (शुभेंदु) 14 मार्च, 2007 को नंदीग्राम में पुलिस बुलायी थी। उन्होंने दावा किया कि उस दिन पुलिस ने नहीं, बल्कि पुलिस की वर्दी पहने माकपा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई थीं। उन्होंने कहा, 'पिता-पुत्र की जानकारी के बगैर उस दिन नंदीग्राम में पुलिस प्रवेश नहीं कर सकती थी।'
शुभेंदु का ममता पर पलटवार
शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव आयोग को सब मालूम है, इसलिए असम में चुनाव 2 चरण में, तमिलनाडु और केरल में 1 चरण में, ममता बनर्जी के बंगाल में कानून व्यवस्था इतनी अच्छी है कि यहां चुनाव 8 चरणों में हो रहा है। बुआ(ममता बनर्जी) और भतीजे का यहां गुंडाराज चल रहा है।'