- 87 वर्षीय सिंह को एम्स के कार्डियो-थोरैसिस वार्ड में निगरानी में रखा गया है
- बुखार के अन्य कारणों का पता लगाने के लिए की जा रही है जांच की जा रही है
- एम्स के कार्डियो-थोरैसिस सेंटर के डॉक्टरों की एक टीम कर रही है इलाज
नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की हालत स्थिर बनी हुई है और उनकी चिकित्सीय जांच की जा रही है। फिलहाल डॉ. सिंह निगरानी में हैं और उनकी जांच चल रही है 87 वर्षीय डॉ. सिंह बेचैनी महसूस होने के बाद रविवार रात एम्स में भर्ती कराया गया था। एम्स के कार्डियो-थोरैसिस वार्ड में निगरानी में रखा गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के कहा है कि मनमोहन सिंह को बुखार होने के अन्य कारणों का पता लगाया जा रहा है।
हो रही है जांच
पीटीआई के मुताबिक, एक नयी दवा लेने के बाद रिएक्शन (फैब्राइल रिएक्शन) होने के कारण उन्हें भर्ती कराया गया था ताकि वह चिकित्सकों की निगरानी में रह सकें और उनकी जांच हो सके। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कुछ नई दवाइयां दी गईं जिनसे उन्हें कुछ दिक्कतें हुईं, उनकी जांच की जा रही है। एम्स के कार्डियो-थोरैसिस सेंटर के डॉक्टरों की एक टीम उनकी जांच कर रही है।
पहले भी हो चुका है इलाज
इससे पहले 2003 में मनमोहन सिंह की दिल्ली में एंजियोप्लास्टी भी हुई थी। इसके बाद 2007 में मनमोहन का प्रोटेस्ट ग्रंथी का इलाज किया गया था और उनका ऑपरेशन किया गया था। वहीं साल 2009 में डॉ. मनमोहन सिंह की एम्स में ही कोरोनरी बाईपास सर्जरी हुई थी।
राजस्थान से हैं सांसद
आपको बता दें कि मनमोहन सिंह फिलहाल राजस्थान से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हैं। यूपीए के दौर में दो बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे हैं। मनमोहन के अस्पताल में भर्ती होने की खबर मिलते ही कांग्रेस सहित बीजेपी और विपक्ष के तमाम नेताओं ने उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताते हुए उनकी शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की।