- पाकिस्तान में आए दिन अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को अगवा किया जाता है
- सिंध में एक पुलिसकर्मी ने नाबालिग हिंदू लड़की को स्कूल से अगवा कर उससे शादी की
- शादी से पहले लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कराया, हिंदू नेताओं को पुलिस पर भरोसा नहीं
अमृतसर : अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा पर दुनिया को उपदेश देने वाले पाकिस्तान में इस समुदाय की हालत किसी से छिपी नहीं है। पाकिस्तान में लंबे समय से हिंदू सहित अन्य अल्पसंख्यक समुदायों का उत्पीड़न होता आया है। अब एक ऐसी घटना सामने आई है जो इस समुदाय की सुरक्षा पर पाकिस्तान के दावों की पोल खोलने वाली है। अभी तक मुस्लिम युवकों द्वारा हिंदू एवं सिख लड़कियों को अगवा कर शादी से पहले उनका जबरन धर्म परिवर्तन करने के मामले सामने आते थे लेकिन सिंध प्रांत में एक पुलिसकर्मी ने कथित रूप से एक नाबालिग हिंदू लड़की को अगवा कर उससे शादी की है। यही नहीं शादी से पहले उसका धर्म परिवर्तन भी किया गया।
हिंदू समुदाय की सुरक्षा में तैनात था पुलिसकर्मी
टीओआई की एक रिपोर्ट में खुफिया सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सिंध प्रांत में नौशेरा फिरोज जिले के हलानी दरबार में रहने वाले रमेश लाल की बेटी नीना कुमारी को पुलिसकर्मी गुलाम मारूफ कादरी ने अगवा किया। इस इलाके में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की सुरक्षा के लिए एक चौकी पर कादरी की तैनाती है। सिंध में हिंदू समुदाय के एक नेता ने नाम उजागर न करने की शर्त पर मंगलवार को टीओआई से कहा, 'पांच दिन पहले नीना लापता हो गई। जब वह स्कूल से वापस नहीं लौटी तो परिवार वालों ने उसे ढूंढना शुरू किया। बाद में पता चला कि उनकी बेटी को अगवा कर लिया गया है।'
शादी से पहले जबरन कराया धर्म परिवर्तन
रिपोर्ट के मुताबिक ऑल पाकिस्तान हिंदू पंचायत (एपीएचपी) का कहना है कि गत 11 फरवरी को कादरी ने एक 'दरगाह' में नीना का धर्म परिवर्तन कराया और कराची में शादी करने से पहले उसका नाम बदलकर मारिया कर दिया। यह शादी मंगलवार को सार्वजनिक की गई। इस शादी का प्रमाणपत्र सोशल मीडिया में अपलोड किया गया है और इसमें केवल पुलिसकर्मी के जन्मदिन का जिक्र है। इसमें नीना की उम्र 19 साल बताई गई है जबकि परिवार का दावा है कि उनकी बेटी अभी नाबालिग है।
पुलिसकर्मियों पर हम भरोसा नहीं कर सकते-हिंदू नेता
सिंध के एक हिंदू नेता ने बताया, 'हमारी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर भी हम भरोसा नहीं कर सकते। इस घटना के बाद हम अपने मंदिरों के पास पुलिस पोस्ट बनाने की मांग नहीं कर सकते। हिंदू लड़की को अगवा कर शादी से पहले उसका जबरन धर्म करने का यह एक और ताजा मामला है। यह घटना तब हुई है जब जबरन धर्म परिवर्तन को लेकर हिंदुओं और मुस्लिम धर्मगुरुओं के बीच एक निजी समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं।'