लाइव टीवी

पाकिस्तान चले गए मुसलमानों का वहां कोई सम्मान नहीं, सभी भारतीयों के पूर्वज एक ही: मोहन भागवत

Updated Oct 13, 2021 | 07:58 IST

RSS चीफ मोहन भागवत ने वीर सावरकर के बारे में सही जानकारी का अभाव होने का जिक्र करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के बाद से ही उन्हें बदनाम करने की मुहिम चली है।

Loading ...
मोहन भागवत
मुख्य बातें
  • स्वतंत्रता के बाद से ही सावरकर को बदनाम करने की मुहिम चली: मोहन भागवत
  • भारत में आज के समय में सावरकर के बारे में वास्तव में सही जानकारी का अभाव है: भागवत
  • बंटवारे के बाद पाकिस्तान जाने वालों को वहां प्रतिष्ठा नहीं मिली: मोहन भागवत

नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि सभी भारतीयों के पूर्वज एक जैसे हैं और उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चले गए मुसलमानों का उस देश में कोई सम्मान नहीं है। 'वीर सावरकर: द मैन हू कैन्ड प्रिवेंटेड पार्टिशन' पुस्तक के विमोचन के अवसर पर भागवत ने कहा कि भारत के उदार मूल्य हिंदू धर्म की संस्कृति हैं।

भागवत ने कहा कि विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गए मुसलमानों का वहां कोई सम्मान नहीं है। भारत में उदारवादी संस्कृति है। यह हमारी सांस्कृतिक विरासत है। यह संस्कृति हमें एक साथ बांधती है। यही हिन्दू धर्म की संस्कृति है। सावरकर ने लिखा था कि कैसे हिंदू राजा का भगवा झंडा और नवाब का हरा झंडा ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक साथ खड़ा था।

इस बात पर जोर देते हुए कि 'हिंदू राष्ट्रवाद' विभिन्न धार्मिक पहचानों के बावजूद एकता के बारे में है, भागवत ने कहा कि सावरकर समझते थे कि अंग्रेज केवल विभाजन पैदा करके भारत पर शासन कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने कट्टरपंथ को बढ़ावा देने की दिशा में काम किया।

उन्होंने आगे कहा कि सर सैयद अहमद खान ने कहा था कि वह भारत मां (लाहौर में) के पुत्र हैं। बात सिर्फ इतनी है कि उनकी इबादत का तरीका इस्लाम था। यह भारत का स्वभाव था। भारत में पहले भी कट्टरपंथ की लहर थी। इतिहास में जहां एक तरफ दारा शिकोह और अकबर थे तो वहीं औरंगजेब भी था जिसने कहानी को उलट दिया। दारा शिकोह, हकीम खान सूर, हसन खान मेवाती, इब्राहिम खान गार्डी, अशफाकउल्ला खान, और अन्य जैसे नामों का स्मरण किया जाना चाहिए।

पुस्तक के विमोचन के दौरान केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पुरुषोत्तम रूपाला, जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह और अन्य भी मौजूद थे। सितंबर में पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में भागवत ने कहा था कि मुसलमानों और हिंदुओं के पूर्वज एक ही हैं और हर भारतीय नागरिक 'हिंदू' है। 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।