- मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान एक रैली में घुटनों के बल बैठ गए
- चौहान ने मंदसौर और नीमच की जनता का खास तौर पर शुक्रिया अदा किया
- इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और पार्टी के नेता कमलनाथ पर भी निशाना साधा
मंदसौर : जनता के सामने नेताओं को हाथ जोड़ते तो लोगों ने खूब देखा है, लेकिन कोई मुख्यमंत्री लोगों के सामने घुटने टेककर बैठ जाए और हाथ भी जोड़े, ऐसा कम ही होता है। मध्य प्रदेश के मंदसौर में शुक्रवार को ऐसा ही हुआ, जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सामने एक रैली के दौरान घुटनों के बल बैठ गए और चौथी बार सीएम बनने पर मंदसौर तथा नीमच की जनता का शुक्रिया अदा किया।
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं, जिसके लिए सीएम धुआंधार प्रचार अभियान में जुटे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को वह मंदसौर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, जब उन्होंने कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री कलनाथ पर जमकर निशाना साधा। इसी दौरान वह मंदसौर और नीमच की जनता का आभार जताते हुए घुटनों के बल बैठ गए, जिसके बाद लोगों ने खूब तालियां बजाई।
घुटनों के बल बैठ गए सीएम
रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'अगर मैं चौथी बार मुख्यमंत्री बना हूं तो मंदसौर और नीमच के कारण... पिछले चुनाव के दौरान जब हर कोई कह रहा था कि इन इलाकों से बीजेपी का सफाया हो जाएगा, आपने हमारा समर्थन किया। आज मेरे दिल में आ रहा है कि मैं यहां बैठकर सिर झुकाकर मंदसौर और नीमच की जनता को प्रणाम कर कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दूं।'
इतना कहने के बाद सीएम जिस स्थान पर बोल रहे थे, वहां से मंच पर उस जगह पहुंचे, जहां से उन्हें अच्छी तरह देखा जा सकता है। आगे आकर वह हाथ जोड़कर घुटनों के बल बैठ जाते हैं और मंदसौर तथा नीमच की जनता का आभार जताते हैं। सीएम को ऐसा करते देख वहां मौजूद लोगों ने खूब तालियां बजाई और उनके प्रति समर्थन जताया।
मंदसौर में हुआ था किसान आंदोलन
यहां उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के मंदसौर में जून 2017 में किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे। किसान खेतों को छोड़ सड़कों पर आ गए थे। सड़कों पर फल, सब्जियां और दूध फेंके जा रहे थे। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बुलाई गई थी, लेकिन टकराहट बढ़ती गई और अंतत: पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमें 6 किसानों की जान चली गई। तब मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार थी।
कांग्रेस ने आगामी चुनाव में इसे मुद्दा बनाया और कर्ज माफी सहित कई घोषणाएं की। दिसंबर 2018 के राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत भी हासिल हुई और कलनाथ सीएम बने। लेकिन यह सरकार अधिक समय तक नहीं चल पाई और मार्च 2020 में ज्योरादित्य सिंधिया की बगावत के साथ ही कांग्रेस सत्ता से बेदखल हो गई, जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर सीएम बने।