- पूर्व क्रिकेट और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी ने कांग्रेस को कहा अलविदा
- चुनाव में चंडीगढ़ से टिकट नहीं मिलने पर चल रही थीं नाराज
नई दिल्ली: पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने कांग्रेस छोड़ दी है। लंबे समय से सिद्धू और उनकी पत्नी को पार्टी में साइडलाइन किया हुआ है। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने चंडीगढ़ से टिकट मांगा था, जो कि उन्हें नहीं दिया गया। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराया था।
उन्होंने कहा था, 'कैप्टन साहिब (अमरिंदर सिंह) और आशा कुमारी को लगता है कि मैडम सिद्धू सांसद के टिकट के लायक नहीं हैं। मुझे इस आधार पर अमृतसर से टिकट देने से मना कर दिया गया कि मैं जीत नहीं सकती। कैप्टन साहब को महिलाओं का सम्मान करना चाहिए। आप महिला आरक्षण की बात करते हैं, तो कृपया इस पर विचार करें। जब मेरे जैसे शिक्षित नेता, जो सेवा करने के लिए तैयार हैं, तो हमें यह बताना सभ्य है कि कोई व्यक्ति हमसे बेहतर है, झूठ बोलकर हमें टिकट से वंचित न करें।'
इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने भी अपनी पत्नी का समर्थन किया और अपनी पत्नी को लेकर कहा था कि वह झूठ नहीं बोलतीं। सिद्धू ने कहा, 'मेरी पत्नी के पास इतनी ताकत और नैतिक अधिकार है कि वह कभी झूठ नहीं बोलेगी। यह मेरा जवाब है।'
हालांकि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उन्हें अमृतसर या बठिंडा सीट से कांग्रेस की टिकट की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया। सिंह ने यह भी कहा था कि चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कौर को टिकट देने से इनकार करने में उनकी कोई भूमिका नहीं है, उनका कहना है कि दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान द्वारा टिकट आवंटन किया गया था।
बीजेपी को छोड़ने के बाद साल 2016 में नवजोत कौर सिद्धू ने कांग्रेस का हाथ थामा था। गौरतलब है कि कौर का इस्तीफा ऐसे समय में सामने आया है जब नवजोत सिंह सिद्धू ने भी इस साल जुलाई में पंजाब के कैबिनेट मंत्री के रूप में पद छोड़ दिया था और मुख्यमंत्री के साथ उनके राजनीतिक मतभेद की खबर सामने आई थी।