नई दिल्ली: आरोग्य सेतु ऐप के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मंगलवार देर रात जानकारी दी गई है कि ऐप में किसी भी प्रकार के डेटा या सुरक्षा उल्लंघन की पहचान नहीं की गई है। ये जवाब तब आया है, जब एक फ्रांसीसी सिक्योरिटी रिसर्चर इलियट एल्डरसन ने ट्वीट कर दावा किया कि आयोग्य सेतु ऐप में खामी पाई गई है, इसमें सुरक्षा की समस्या है। 90 मिलियन भारतीयों की गोपनीयता दांव पर है। क्या आप मुझसे निजी संपर्क कर सकते हैं?
आरोग्य सेतु के ट्विटर हैंडल से जारी बयान में कहा गया, 'हमें ऐप में संभावित सुरक्षा के मुद्दे पर हैकर द्वारा सतर्क किया गया था, जिसके बारे में हमने हैकर के साथ चर्चा की। लेकिन हैकर के द्वारा किसी भी यूजर की कोई भी व्यक्तिगत जानकारी खत्म में नहीं पाई गई है।'
कोरोनो वायरस के संक्रमण के प्रति लोगों को आगाह करने के लिए बनाये गए इस सरकारी ऐप को अब तक करीब 9 करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है। कई जगह इसे डाउनलोड करना अनिवार्य कर दिया गया है। यह ऐप यूजर्स को यह जानने में मदद करता है कि उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमण का खतरा है या नहीं।
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि आरोग्य सेतु ऐप एक अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली है जिससे निजता एवं डेटा सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा हो रही हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'आरोग्य सेतु एक अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली है जिसे एक निजी ऑपरेटर को आउटसोर्स किया गया है तथा इसमें कोई संस्थागत जांच-परख नहीं है। इससे डेटा सुरक्षा और निजता को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो रही हैं। प्रौद्योगिकी हमें सुरक्षित रहने में मदद कर सकती है, लेकिन नागरिकों की सहमति के बिना उन पर नजर रखने का डर नहीं होना चाहिए।'