जमुई : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को एकबार फिर विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाये जाने की खबरों को नकार दिया। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि उन्हें राष्ट्रपति पद की न इच्छा है और न आकांक्षा है। उन्होंने कहा कि हम शुरू से काम कर रहे हैं और आज भी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बुधवार को अपने समाज सुधार अभियान के तहत जमुई पहुंचे। इस दौरान पत्रकारों ने जब राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की ओर से उम्मीदवार होने की चर्चा के संबंध में पूछा तो मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें ऐसी बातों में न कोई दिलचसपी है न कोई रूचि है।
उन्होंने कहा कि मैं ऐसी चर्चा से खुद आश्चर्यचकित हूं। जब उनसे पूछा गया कि आपके पार्टी के मंत्री भी कह रहे हैं तो मुख्यमंत्री ने कहा, वे ऐसे ही बोल रहे हैं। इनसब से हमलोगों को कोई लेना देना नहीं। न कोई बात है ओर न अब तक कोई चर्चा है। हमसे कोई चर्चा करे तब तो। उन्होंने कहा कि ऐसी बातों में कोई दिलचस्पी और रूचि नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी दिलचस्पी समाज सुधार में है, विकास में है। समाज में प्रेम का, भाई चारे का भाव हो इसी में दिलचस्पी है। इसी को लेकर शुरू से काम कर रहे हैं और आज भी कर रहे हैं। पत्रकारों द्वारा इस पद के ऑफर मिलने के संबंध में पूछा गया तो मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें न मेरी कोई रूचि है और नहीं आकांक्षा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के दौरान उनके सामने इसका प्रस्ताव रखा है। प्रशांत किशोर राष्ट्रपति पद के लिए नीतीश कुमार की उम्मीदवारी चाहते हैं और नीतीश के समर्थन के लिए दूसरे दलों के नेताओं से भी संपर्क साधा है। चर्चा यहां तक की गई है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ-साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी नेता शरद पवार से भी प्रशांत किशोर इस मामले पर मिल चुके हैं।