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विदेशी निवेश का हब बनकर उभरा यूपी, अब जापानी कंपनियां करेंगी इन्वेस्ट

Updated Jul 22, 2020 | 13:54 IST

कोरोना संकट के बीच यूपी सरकार के लिए अच्छी खबर है। अमेरिकी कंपनियों के बाद अब जापान की छह कंपनियों ने राज्य में निवेश की अपनी इच्छा जताई है।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
UP Chief Minister Yogi Adityanath
मुख्य बातें
  • योगी सरकार को अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए लगातार सक्रिय
  • विदेशी निवेश का हब बनकर उभर रहा है यूपी
  • अमेरिकी कंपनियों के बाद अब जापान की छह कंपनियों ने राज्य में निवेश की अपनी इच्छा जताई है

नई दिल्ली : कोरोना संकट के बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए लगातार सक्रिय है। राज्य में विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल के समय में मुस्तैदी के साथ प्रभावी कदम उठाए हैं। राज्य के लघु सूक्ष्म एवं मध्यम उद्मम (एमएसएमई) की पहल रंग लाने लगी है। अमेरिकी कंपनियों के बाद अब जापान की छह कंपनियों ने राज्य में निवेश की अपनी इच्छा जताई है। माइक्रोसाफ्ट  ग्रेटर नोएडा में अपना कैंपस खोलने की घोषणा पहले ही कर चुकी है। अब जापानी कंपनियों के आने से राज्य में रोजगार के बड़े अवसर उपलब्ध होंगे।

सरकारी सूत्रों का कहना है कि मियाची, टोकाची सहित जापान की छह से ज्यादा कंपनियों ने राज्य में निवेश की इच्छा जाहिर की है। कंपनियों ने राज्य में कई तरह के निवेश के प्रस्ताव दिए हैं। इनमें से मत्स्य पालन के क्षेत्र में बड़ा निवेश करने का प्रस्ताव भी शामिल है। मत्स्य पालन उद्योग में जापानी कंपनियां उच्च तकनीक का इस्तेमाल करेंगी। सूत्रों का कहना है कि जापानी कंपनियां राज्य में सिंचाई के लिए 100 मेगावाट का सोलर पार्क और खाद्य प्रसंस्करण पार्क विकसित करेंगी। एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जापानी कंपनियों के साथ मंगलवार को हुई बैठक में ये प्रस्ताव मिले हैं। इस बैठक में जापान में भारतीय राजदूत संजय वर्मा भी शामिल हुए।

राज्य सरकार निवेश के लिए आकर्षित कर रही 

जापानी कंपनियों के इन प्रस्तावों के बारे में सिंह का कहना है कि यह बैठक विदेशी एवं बहु-राष्ट्रीय कंपनियों को राज्य में आकर्षित करने की राज्य सरकार की योजना का हिस्सा है। कोरोना महामारी के संकट के बाद ये विदेशी कंपनियां चीन छोड़कर कहीं और जाना चाहती हैं। ऐसे में राज्य सरकार निवेश के लिए उन्हें आकर्षित कर रही है। उन्होंने आगे कहा, 'हम नियमित रूप से देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं और आज जापानी कंपनियों के साथ बातचीत में हमें निवेश के ये प्रस्ताव मिले। हमें उम्मीद है कि इस दिशा में जल्द ही ठोस पहल की जाएगी।' मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपनी निर्यात बढ़ाने को लेकर काफी गंभीर है। इसके लिए सरकार की तरफ से काफी सोच समझकर कदम आगे बढ़ाया जा रहा है।

चीन हर साल जापान को 173 अरब डॉलर का निर्यात करता है

जापान को निर्यात बढ़ाने की संभावना पर सिंह ने कहा कि चीन हर साल जापान को 173 अरब डॉलर का निर्यात करता है जबकि भारत प्रत्येक साल जापान को 4.8 अरब डॉलर के करीब निर्यात करता है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश से जापान को 103 मिलियन डॉलर का निर्यात होता है। यूपी से कपड़े, गारमेंट्स, फुटवीयर, कारपेट और मशीन जापान भेजे जाते हैं।

ग्रेटर नोएडा में कैंपस खोलेगी माइक्रोसॉफ्ट
गत जून में सूचना प्रौद्योगिकी एवं सॉफ्टवेयर की दिग्गज कंपनी माइक्रोसाफ्ट ने ग्रेटर नोएडा में अपना कैंपस खोलना का फैसला किया। सिंह ने  ग्रेटर नोएडा में सॉफ्टवेयर की दिग्गज कंपनी 4000 कर्मचारियों की क्षमता वाला कैंपस खोलेगी। यह कंपनी का भारत में तीसरा कैंपस होगा। माइक्रोसॉफ्ट की दो अन्य कैंपस हैदराबाद और बेंगलुरु में हैं। यूपी सरकार टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस), विप्रो और हायर जैसी दिग्गज कंपनियों को नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में कैंपस खोलने के लिए लगातार बातचीत कर रही है।
 

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