- भारतीय शास्त्रीय संगीत के पुरोधा पंडित जसराज नहीं रहे
- अमेरिका के न्यूजर्सी में 90 साल की उम्र में उनका निधन हो गया
- शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें पद्म अलंकरण से नवाजा गया था
नई दिल्ली : देश के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित जसराज का निधन हो गया है। वह 90 वर्ष के थे। उन्होंने अमेरिका के न्यूजर्सी में आखिरी सांस ली। शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें पद्म अलंकरण से नवाजा गया था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित जसराज के निधन पर शोक जताते हुए शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान को याद किया।
9 अप्रैल को दी थी आखिरी प्रस्तुति
पंडित जसराज के निधन की जानकारी उनकी बेटी दुर्गा जसराज ने दी। इस संबंध में परिवार की ओर से एक बयान भी जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है, 'बहुत दुख के साथ हमें सूचित करना पड़ रहा है कि संगीत मार्तंड पंडित जसराज जी का अमेरिका के न्यूजर्सी में अपने आवास पर आज सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। हम प्रार्थना करते हैं कि भगवान कृष्ण स्वर्ग के द्वार पर उनका स्वागत करें जहां वह अपना पसंदीदा भजन 'ओम नमो भगवते वासुदेवाय' उन्हें समर्पित करें। हम उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।
इस साल जनवरी में अपना 90वां जन्मदिन मनाने वाले पंडित जसराज ने आखिरी प्रस्तुति 9 अप्रैल को हनुमान जयंती पर फेसबुक लाइव के जरिये वाराणसी के संकटमोचन हनुमान मंदिर के लिए दी थी। कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन के बाद से वह न्यूजर्सी में ही थे। उन्होंने आज सुबह आखिरी सांस ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम दिग्गजों ने उनके निधन पर शोक जताया है।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने जताया शोक
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पंडित जसराज के निधन पर शोक जताते हुए कहा, 'संगीत दिग्गज और अद्वितीय शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के निधन से दुखी हूं। 8 दशकों से भी अधिक समय के करियर में पद्म विभूषण पंडित जसराज ने जीवंत व भावपूर्ण प्रस्तुतियां दीं। उनके परिवार, दोस्तों और संगीत गुणज्ञ के प्रति मेरी संवेदना।'
वहीं, पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'पंडित जसराज जी के निधन से भारतीय सांस्कृतिक क्षेत्र में एक गहरी रिक्तता आ गई है। न केवल उनकी प्रस्तुतियां उत्कृष्ट थीं, बल्कि वह कई अन्य गायकों के लिए भी एक असाधारण गुरु साबित हुए। उनके परिवार और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति।'
देश के गृह मंत्री अमित शाह ने पंडित जसराज को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, 'संगीत मार्तंड पंडित जसराज जी एक असाधारण कलाकार थे, जिन्होंने अपनी जादुई आवाज से भारतीय शास्त्रीय संगीत को समृद्ध किया। उनका निधन व्यक्तिगत क्षति की तरह लगता है। वह अपनी बेमिसाल रचनाओं के माध्यम से हमारे दिलों में हमेशा रहेंगे। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।'
रक्षा मंत्री राजनाथ ने अपने ट्वीट में कहा, 'सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के निधन से मुझे गहरा दुःख हुआ है। मेवाती घराना से जुड़े पंडितजी का सम्पूर्ण जीवन सुर साधना में बीता। सुरों के संसार को उन्होंने अपनी कला से नए शिखर दिए। उनके जाने से संगीत का बड़ा स्वर मौन हो गया है। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।'
पंडित जसरात शास्त्रीय संगीत के मेवाती घराने से ताल्लुक रखते थे। उन्हें संगीत की शुरुआती शिक्षा पिता पंडित मोतीराम से मिली।