- भारत से लगातार होड़ में जुटा रहता है पाकिस्तान
- पाकिस्तान आर्मी का स्पेशल सर्विस ग्रुप कर रहा है अत्याधुनिक हथियार खरीदने की योजना
- इन हथियारों का इस्तेमाल कई विदेशी फोर्सेस करती हैं
नई दिल्ली: पाकिस्तान आर्मी का स्पेशल सर्विस ग्रुप यानि एसएसजी, भारतीय स्पेशल फोर्सेज की तरह नए हथियारों की तलाश में जुटा हुआ है। एसएसजी, जो अक्सर सीमा पर स्थित भारतीय सेना की चौकियों पर अपने हमलों को अंजाम देने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर से आतंकवादियों की मदद लेता है वो अब उच्च गुणवत्ता वाले हथियार खरीदने की योजना बना रहा है। जिन हथियारों की पाक आर्मी तलाश कर रही है उनमें शामिल हैं:
- M4A1 कोल्ट असाल्ट राइफल, जो M4 का एक हायर वर्जन है और इसका उपयोग अमेरिकी विशेष बलों द्वारा किया जाता है। एम 4 अमेरिकी सेना की अधिकांश इकाइयों में किया जाता है।
- एएन / पीवीएस -14 मोनोकल नाइटविजन उपकरण, जिसका उपयोग न केवल अमेरिकी सशस्त्र बल करते हैं बल्कि इसके नाटो सहयोगी भी इसका इस्तेमाल करते हैं।
- अत्यधिक एडवांस एटीपीआईएल / एएन / पीईक्यू -15 या एडवांस्ड टार्गेट पॉइंटर इलुमिनेटर एइमिंग लाइट। इसका उपयोग भी अमेरिकी सशस्त्र बलों के द्वारा किया जाता है। M-4 राइफल के लिए थर्मल इमेजिंग स्टैंड, जो रात की लड़ाई में यूज होता है।
- मिनीमी या M249 लाइट मशीन गन, जो एक बेल्जियम हथियार का अमेरिकी संस्करण है। यह दो दशकों से अधिक समय तक अमेरिकी सशस्त्र बल के जवानों का मुख्य हथियार रहा है।
- Glock-19 9mm पिस्तौल, ऑस्ट्रिया में निर्मित इस पिस्तौल का दुनियाभर में व्यापक रूप से इस्तेमाल होता है। इसके अलावा वह थर्मल इमेजिंग वाली दूरबीन की योजना भी बना रहा है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान ने शुक्रवार को परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम सतह से सहत तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन 1ए का शुक्रवार को सफलतापूर्वक परीक्षण किया। पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि यह मिसाइल 900 किलोमीटर तक लक्ष्य को सफलतापूर्वक निशाना बना सकती है।