नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकवादियों के साथ भारतीय सुरक्षाबलों की मुठभेड़ के बाद पाकिस्तान ने अपनी सुरक्षा बढ़ाना शुरू कर दिया है। पाकिस्तानी वायु सेना ने अपने क्षेत्र में फ्लाइंग ऑपरेशंस को बढ़ा दिया है। न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, शीर्ष सरकारी सूत्रों से पता चला है कि घटना के समय पाकिस्तान पहले से ही एक हवाई अभ्यास कर रहा था जिसके बारे में भारत को भी जानकारी थी।
उन्होंने बताया, 'हंदवाड़ा एनकाउंटर में कर्नल की मृत्यु के तुरंत बाद पाकिस्तानी वायु सेना ने अपने गश्ती विमानों को बढ़ा दिया जिसमें F-16 और JF-17 सहित लड़ाकू विमान शामिल थे। इन पर हमारे सर्विलांस प्लेटफार्मों द्वारा लगातार नजर रखी जा रही थी।'
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी वायु सेना की तरफ से हवाई गतिविधियां बढ़ने के बाद ऐसा लगता था कि इसे लेकर सावधानी बरत रहे थे कि भारत कश्मीर घाटी में बढ़ रही हिंसा को लेकर कोई भी संभावित जवाबी कार्रवाई कर सकता है। पिछले कुछ वर्षों में बड़े आतंकवादी हमलों जैसे उरी और पुलवामा हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा जवाबी कार्रवाई की गई है।
सितंबर 2016 में उरी हमले के बाद भारत ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जबकि पिछले साल फरवरी 2019 पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। हंदवाड़ा मुठभेड़ के बाद भी भारत कोई जवाबी कार्रवाई न कर दे, इसलिए पाकिस्तान ने अपने क्षेत्र में लड़ाकू विमानों की पेट्रोलिंग बढ़ा दी।
इसी महीने की शुरुआत में हंदवाड़ा में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में 5 सुरक्षाबलों की जान चली गई है, जिसमें 4 भारतीय सेना के जवान थे और एक जम्मू-कश्मीर पुलिस का जवान था। मुठभेड़ में कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज, नायक राजेश, लांस नायक दिनेश और जम्मू कश्मीर पुलिस के उपनिरीक्षक शकील काजी शहीद हुए।