- हंदवाड़ा एनकाउंटर में शहीद हुए थे कर्नल आशुतोष शर्मा सहित पांच जवान
- कर्नल आशुतोष शर्मा कई आतंक विरोधी अभियानों का रह चुके थे हिस्सा
- जयपुर में कर्नल आशुतोष के अंतिम संस्कार के वक्त भी मौजूद रहीं थी पल्लवी शर्मा
जयपुर: हंदवाड़ा मुठभेड में शहीद हुए कर्नल आशुतोष शर्मा (Col Ashutosh Sharma) की पत्नी पल्लवी शर्मा (Pallavi Sharma) ने एक बार फिर ऐसा कदम उठाया है जिसकी तारीफ हर कोई करेगा पल्लवी शर्मा ने आज अपने शहीद पति कर्नल आशुतोष की अस्थियों को जयपुर स्थित दक्षिण पश्चिम सेना कमान के युद्ध स्मारक में अर्पित कर दिया। इस दौरान पल्लवी शर्मा के साथ उनकी बेटी भी शामिल थीं।
हंदवाड़ा मुठभेड़ में शहीद हुए थे कर्नल
आपको बता दें कि कर्नल आशुतोष 3 मई को कश्मीर के हंदवाड़ा में उस समय शहीद हो गए थे जब एक आतंकियों के साथ उनकी मुठभेड़ हो गई थी। यह मुठभेड़ काफी लंबी चली थी इसमें आरआर 21 के कमांडिंग अफसर आशुतोष के अलावा चार और सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए थे जिनमें पंचकूला के मेजर अनुज सूद भी शामिल थे। कश्मीर में कई सफल आतंकवाद विरोधी अभियानों का हिस्सा रह चुके कर्नल आशुतोष कई सैन्य सम्मानों से भी नवाजे जा चुके थे।
पति के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थी पल्लवी शर्मा
जयपुर में जब उनका अंतिम संस्कार किया गया तो पत्नी पल्लवी ने भी उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के दौरान जैसे ही कर्नल आशुतोष के शरीर से तिरंगा हटाकर एक ऑफिसर ने इसे उनकी पत्नी को सौंपा तो पलल्वी ने इसे चूमते हुए सीने पर लगा लिया। इस दौरान वहां उपस्थित हर शख्स की आंखे नम हो उठी। इस दौरान कर्नल आशुतोष की बेटी भी वहां मौजूद रहीं।
कर्नल आशुतोष ने की थी अभियान की अगुवाई
आपको बता दें कि 2 मई की रात जब सुरक्षाबलों को सूचना मिली की हंदवाड़ा में कुछ आतंकी छिपे हैं तो तुरंत राष्ट्रीय रायफल (आरआर) ने पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त अभियान शुरू कर दिया। कर्नल आशुतोष की निगरानी में पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई। इसी दौरान आतंकियों ने फायरिंग की और कुछ आतंकी भाग भी निकले। सुरक्षाबलों ने अपनी वीरता और सूझबूझ का परिचय देते हुए बंधक बनाए गए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
दो आतंकी हुए थे ढेर
इस दौरान बचे हुए आतंकियों ने भागने की पूरी कोशिश की लेकिन सुरक्षाबलों के आगे उनकी एक नहीं चली। सुरक्षाबलों ने इस दौरान दो आतंकियों को मार गिराया। इसके बाद जब काफी देर तक कर्नल आशुतोष बाहर नहीं आए तो सेना की टीम घर के अंदर गई तो वहां कर्नल आशुतोष सहित चार जवानों के शव पड़े थे। बाद में सेना ने हंदवाड़ा में हुई इ शहादतों का बदला हिज्बुल कमांडर रियाज नाइकू को मारकर लिया था।