संजय राउत की गिरफ्तारी को लेकर हो रही राजनीति पर मैं बात करूंगी लेकिन उसके पहले एक EXCLUSIVE चिट्ठी मैं आपको दिखाना चाहती हूं।पात्रा चॉल घोटाले में ED के एक गवाह जिसकी पहचान मैं उजागर नहीं करूंगी.... उस गवाह का आरोप है कि ED पर आरोप लगाने के लिए उन पर दबाव डाला जा रहा है।
मैं इस गवाह की चिट्ठी आपके लिए पढूं उससे पहले बता दूं कि इस गवाह ने स्वीकार किया है कि उसे जमीन सौदे में 4 लाख रुपए रजिस्ट्री अमाउंट के तौर पर और 36 लाख रुपए cash मिले।
अब ये चिट्ठी देखिए, जिसमें इस गवाह ने लिखा है कि -4 फरवरी 2022 को मुझे ED ने जमीन सौदे पर पूछताछ के लिए बुलाया था। उस दिन के बाद से मुझे कुछ लोग कॉल कर रहे हैं और मिल रहे हैं। वो मुझे मीडिया में एक बयान देने के लिए कह रहे हैं। कह रहे हैं कि बयान दो कि ED ने दबाव डालकर बयान लिया है। वो मुझसे पूछताछ का ब्योरा भी जानना चाहते हैं।
16 फरवरी को बाला कदम और सुनील राउत मुझसे शाम पौने 4 बजे से 4 बजे के बीच माटुंगा में दुर्गा परमेश्वरी रेस्टोरेंट में मिले थे और साफ तौर पर मुझे मीडिया में स्टेटमेंट देने के लिए कहा था।
संजय राउत को ED आज जब कोर्ट के सामने पेश कर रही थी तो उन्होंने कहा - "ये हमें खत्म करने की साजिश हो रही है, हम लड़ेंगे और जीतेंगे"
इस बयान का मतलब आप समझ रहे हैं। संजय राउत ये कहना चाह रहे हैं कि ED का एक्शन उनके खिलाफ राजनीतिक बदला है।राउत ने कोर्ट रूम के बाहर जो कहा, वही राजनीतिक संदेश उद्धव ठाकरे ने राउत के घर जाकर दिया। उद्धव ठाकरे ने संजय राउत की मां और पत्नी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उद्धव ने साफ कहा कि सबका वक्त बदलता है और हमारा वक्त आएगा तो सोचिए आपका क्या होगा? पुष्पा फिल्म के डायलॉग को बोलकर उद्धव ने कहा कि राउत असली शिवसैनिक हैं वो झुकेंगे नहीं।
मतलब घोटाले का एक आरोप। ED का एक्शन। कोर्ट में पेशी। वहां से कस्टडी। लेकिन राजनीति की फुल स्क्रिप्ट।इस बीच उद्धव ठाकरे से सत्ता छीन लेने वाले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान आया है। उन्होंने कहा कि रोज सुबह बजने वाला भोंपू बंद हो गया। शिंदे का ये भी कहना है कि राउत ने उन्हें जेल भेजने की धमकी दी थी।
सवाल पब्लिक का-
1. ED के शिकंजे में फंसे संजय राउत विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं?
2. उद्धव ठाकरे के थिंक टैंक संजय राउत पर एक्शन पॉलिटिकल है?
3. महाराष्ट्र का इमोशनल कार्ड खेलने से ED वाली कानूनी लड़ाई में क्या होगा?