- पीएम मोदी ने गुजरात में किया तीन अहम परियोजनाओं का शुभारंभ
- किसान सूर्योदय योजना से किसानों को मिलेगा सबसे अधिक लाभ
- गुजरात देश का पहला राज्य था जिसने सौर ऊर्जा के लिए एक दशक पहले ही व्यापक नीति बनाई - मोदी
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से अपने गृह राज्य गुजरात में तीन परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीएम ने कहा कि इससे लोगों को सुविधा मिलने के साथ रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे। पीएम मोदी ने इस अवसर पर लोगों से पानी तथा बिजली की बचत करने की अपील भी की। प्रधानमंत्री ने जिन तीन परियोजनाओं का उद्धाटन किया उनमें यू. एन. मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर के पीडियाट्रिक हार्ट हॉस्पिटल, गिरनार में रोपवे और किसानों के लिए ‘किसान सूर्योदय योजना’ का शुभारंभ शामिल है।
ऐसे मिलेगा लाभ
परियोजनाओं का उद्धाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा, 'गुजरात हमेशा से ही सरल और समर्थ लोगों की भूमि रही है। गांधी जी से लेकर सरदार पटेल तक, कई गुजरातियों ने राष्ट्र को राह दिखाई। किसान सूर्योदय योजना के साथ, गुजरात ने एक बार फिर से बढ़त ले ली है। आज किसान सूर्योदय योजना, गिरनार रोपवे और देश के बड़े और आधुनिक कार्डियो हॉस्पिटल गुजरात को मिल रहे हैं। ये तीनों एक प्रकार से गुजरात की शक्ति, भक्ति, स्वास्थ्य के प्रतीक हैं। इन सभी के लिए गुजरात के लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।'
दुनिया को दिखाएगा राह
पीएम मोदी ने कहा, 'बिजली के क्षेत्र में बरसों से गुजरात में जो काम हो रहे थे, वो इस योजना का बहुत बड़ा आधार बने हैं। एक समय था जब गुजरात में बिजली की बहुत किल्लत रहती थी, 24 घंटे बिजली देना बहुत बड़ी चुनौती रहती थी। गुजरात देश का पहला राज्य था जिसने सौर ऊर्जा के लिए एक दशक पहले ही व्यापक नीति बनाई थी। जब साल 2010 पाटन में सोलार पावर प्लांट का उद्घाटन हुआ था तब किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि एक दिन भारत दुनिया को 'वन वन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड' का रास्ता दिखाएगा। आज तो भारत सोलर पावर के उत्पादन और उसके उपयोग, दोनों मामलों में दुनिया के अग्रणी देशों में है। बीते 6 सालों में देश सोलर उत्पादन के मामले में दुनिया में पांचवे स्थान पर पहुंच चुका है और लगातार आगे बढ़ रहा है।'
गुजरात ने सिंचाई में किया अहम काम
गुजरात की तारीफ करते हुए कहा, 'गुजरात ने तो बिजली के साथ सिंचाई और पीने के पानी के क्षेत्र में भी शानदार काम किया है। बीते दो दशकों के प्रयासों से आज गुजरात उन गांवों तक भी पानी पहुंच गया है, जहां कोई पहले सोच भी नहीं सकता था। गुजरात के करीब 80% घरों में आज नल से जल पहुंच चुका है। बहुत जल्द गुजरात देश के उन राज्यों में होगा जिसके हर घर में पाइप से जल पहुंचेगा। जब ये गिरनार रोपवे शुरू हो रहा है, मुझे खुशी है कि यहां लोगों को तो सुविधा मिलेगी ही साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। अगर गिरनार रोप-वे कानूनी उलझनों में नहीं फंसा होता, तो लोगों को इसका लाभ बहुत पहले ही मिलने लग गया जाता। हमें सोचना होगा कि जब लोगों को इतनी बड़ी सुविधा पहुंचाने वाली व्यवस्थाओं का निर्माण, इतने लंबे समय तक अटका रहेगा, तो लोगों का कितना नुकसान होता है।'