- 2017 से पहले यूपी में विकास की रफ्तार ठप थी
- 'योगी आदित्यनाथ के सरकार में गरीब की सुनवाई और सम्मान दोनों है'
- 'योगी जी के नेतृत्व में माफिया और अपराधी सलाखों के पीछे हैं'
अलीगढ़ के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी ने यूपी को शिक्षा से लेकर रक्षा तक की सौगात दी। उन्होंने इस मौके पर प्रदेश को सियासी संदेश भी दिया कि कैसे योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने यूपी को विकास के रास्ते पर लाया। उन्होंने कहा कि आज देश ही नहीं दुनिया भी देख रही है कि आधुनिक ग्रेनेड और राइफल से लेकर लड़ाकू विमान, ड्रोन, युद्धपोत तक भारत में ही निर्मित किए जा रहे है। भारत दुनिया के एक बड़े defence importer की छवि से बाहर निकलकर दुनिया के एक अहम defence exporter की नई पहचान बनाने की तरफ बढ़ रहा है।
किसानों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध
डेढ़ गुणा MSP हो, किसान क्रेडिट कार्ड का विस्तार हो, बीमा योजना में सुधार हो, 3 हज़ार रुपए की पेंशन की व्यवस्था हो, ऐसे अनेक फैसले छोटे किसानों को सशक्त कर रहे हैं।यूपी के लोग भूल नहीं सकते कि पहले यहां किस तरह के घोटाले होते थे, किस तरह राज-काज को भ्रष्टाचारियों के हवाले कर दिया गया था। आज योगी जी की सरकार पूरी ईमानदारी से यूपी के विकास में जुटी हुई है।
गुंडा और माफिया सलाखों के पीछे
एक दौर था जब यहां शासन-प्रशासन, गुंडों और माफियाओं की मनमानी से चलता था। लेकिन अब वसूली करने वाले, माफियाराज चलाने वाले सलाखों के पीछे हैं।मुझे आज ये देखकर बहुत खुशी होती है कि जिस यूपी को देश के विकास में एक रुकावट के रूप में देखा जाता था, वही यूपी आज देश के बड़े अभियानों का नेतृत्व कर रहा है।आज उत्तर प्रदेश देश और दुनिया के हर छोटे-बड़े निवेशक के लिए बहुत आकर्षक स्थान बनता जा रहा है। ये तब होता है जब निवेश के लिए ज़रूरी माहौल बनता है, जरूरी सुविधाएं मिलती हैं। आज उत्तर प्रदेश डबल इंजन सरकार के डबल लाभ का एक बहुत बड़ा उदाहरण बन रहा है।
महेंद्र सिंह की कुर्बानी जज्बा पैदा करती है
हमारी आजादी के आंदोलन में ऐसे कितने ही महान व्यक्तित्वों ने अपना सब कुछ खपा दिया। लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद ऐसे राष्ट्र नायक और राष्ट्र नायिकाओं की तपस्या से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित ही नहीं कराया गया। राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी के जीवन से हमें अदम्य इच्छाशक्ति, अपने सपनों को पूरा करने के लिए कुछ भी कर गुजरने वाली जीवटता सीखने को मिलती है। वो भारत की आजादी चाहते थे और अपने जीवन का एक-एक पल उन्होंने इसी के लिए समर्पित कर दिया था।
कल्याण सिंह होते तो बहुत खुश होते
मैं आज इस धरती के महान सपूत, स्वर्गीय कल्याण सिंह जी की अनुपस्थिति बहुत ज्यादा महसूस कर रहा हूं। आज कल्याण सिंह जी हमारे साथ होते तो राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय और डिफेंस सेक्टर में बन रही अलीगढ़ की नई पहचान को देखकर बहुत खुश होते।उनकी गाथाओं को जानने से देश की कई पीढ़ियां वंचित रह गईं। 20वीं सदी की उन गलतियों को आज 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है।