- प्रदेश के पिछड़े इलाकों में लोगों को रोजगार देने के लिए सरकार की पहल
- लॉकडाउन के दौरान अलग-अलग प्रदेशों से 30 लाख से ज्यादा मजदूर लौटे हैं
- प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए योगी सरकार ने उठाए हैं कई कदम
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान' की शुरुआत की। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनसे जुड़े रहे। पीएम ने इस दौरान कहा कि कोविड-19 के इलाज के लिए जब तक वैक्सीन विकसित नहीं हो जाती तब तक हमें 'दो गज की दूरी' का पालन और मास्क पहनना होगा। इम मौके पर पीएम ने ग्रामीणों से भी बात की। राज्य में कोरोना वायरस से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए प्रधानमंत्री ने योगी सरकार की प्रशंसा भी की।
राज्य में 30 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर लौटे हैं
बता दें कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के लिए आत्मनिर्भर भारत पैकेज की घोषणा की है। देश के पिछड़े इलाकों में बुनियादी संरचनाएं बढ़ाते हुए रोजगार सृजन पर जोर दिया गया है और इसके लिए गत 20 जून को प्रधानमंत्री ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत की। लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश में करीब 30 लाख प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों से लौटे हैं।
अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश
कोरोना महामारी की वहज से देश और राज्य दोनों की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है। इस संकट की वजह से राज्यों की अर्थव्यवस्था एवं राजस्व को नुकसान पहुंचा है। अब सरकारें ग्रामाणी एवं स्थानीय कारोबार और उद्यम को दोबारा पटरी पर लाने के लिए नए नए कदम उठा रही हैं। इसमें बाहरी राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराना भी शामिल है। उत्तर प्रदेश में इन प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंग की गई है। साथ ही उन्हें रोजगार देने के लिए एक आयोग का भी गठन किया गया है। प्रवासी मजदूरों के लिए इस तरह की व्यवस्था करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है।
ग्रामीणों से बात करेंगे पीएम
आधिकारिक बयान में कहा गया कि लगभग 30 लाख प्रवासी मजदूर उत्तर प्रदेश में अपने घरों को लौटे हैं। प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार की सुबह योजना की डिजिटल शुरुआत करेंगे। इस दौरान वह उत्तर प्रदेश के छह जिलों के ग्रामीणों से भी बात करेंगे। राज्य के सभी जिलों के गांव सहज सेवा केंद्रों और कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल होंगे।
प्रवासी मजदूरों के हुनर को निखारा
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पहले कह चुके हैं कि राज्य सरकार ने इन प्रवासी मजदूरों को प्रशिक्षण देकर उनकी प्रतिभा और हुनर को और निखारा है। इन मजदूरों में बेहतरीन कारगर है। राज्य सरकार इनकी प्रतिभा का लाभ लेना चाहती है। प्रदेश सरकार ने इन प्रवासी मजदूरों की सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में भी कदम उठाए हैं।