वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में थे, जब माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की तैयारी कर रहे पर्वतारोही मनोज यादव से उनकी मुलाकात हुई। मनोज ने पीएम मोदी से मिलकर अपने परिवार की आर्थिक तंगी का जिक्र किया और बताया कि कैसे यह अड़चन उनकी आकांक्षा की राह में बाधा बन रही है। पीएम मोदी ने मनोज की बातें सुनने के बाद उसे 'एक दिन जरूर सफल' होने का आशीर्वाद दिया तो यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर मनोज की समस्याओं से उसे अवगत कराएंगे और उसका समाधान ढूंढ़ने के लिए भी कहेंगे।
चांदपुर के रहने वाले हैं मनोज
मनोज यादव वाराणसी के चांदपुर के रहने वाले हैं। उनके पिता का नाम अखिलेश यादव और मां का नाम कौशल्या देवी है। मनोज ने पीएम मोदी को बताया कि उनके पिता चांदपुर में पान की एक छोटी सी दुकान चलाते हैं, जिससे परिवार के 6 लोगों का खर्च चलता है। माउंट एवरेस्ट पर फतह करना उनका सपना है। वह वहां तिरंगा फहराना चाहते हैं, लेकिन परिवार की आर्थिक कठिनाइयों के कारण वह इस दिशा में चाहकर भी बहुत कुछ नहीं कर पाते और उनके सपने को उड़ान नहीं मिल पा रही। इस पर पीएम ने उन्हें हरसंभव मदद का आश्वास दिया।
वाराणसी में पीएम से मुलाकात
मनोज यादव 16 फरवरी को वाराणसी में पीएम मोदी से मिले थे, जब वह अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर थे। इस दौरान जब मनोज पीएम मोदी का पैर छूने झुके तो उन्होंने यह कहते हुए उन्हें रोक दिया कि खिलाड़ी कभी झुकते नहीं। उन्होंने मनोज की हौसलाअफजाई करते हुए कहा कि आप एक दिन दुनिया की सबसे ऊंची चोटी जरूर फतह करेंगे। उन्होंने पर्वतारोही को इसके लिए आशीर्वाद भी दिया और कहा कि अपने संसदीय क्षेत्र से इस तरह की कामयबी को देखने के लिए वह उत्सुक हैं।
लेह-लद्दाख में कर चुके हैं ऊंची चोटी फतह
मनोज यादव लेह-लद्दाख की दुर्गम पहाड़ी में करीब 20,800 फीट की ऊंची पहाड़ी माउंट स्टोक कांगड़ी पर तिरंगा फहरा चुके हैं। उन्होंने अपना यह मिशन बीते साल 22 जुलाई से 10 अगस्त के बीच पूरा किया था। अब उनकी इच्छा माउंट एवरेस्ट फतह करने की है। वह फिलहाल महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में एमए प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं। माउंट एवरेस्ट पर फतह के अपने सपने को साकार करने के लिए वह एक-एक कदम आगे बढ़ाते जा रहे हैं। मनोज यादव इससे पहले 28 नवंबर को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर आर्थिक मदद की गुहार लगा चुके हैं।