लाइव टीवी

जब 26/11 आतंकी हमले में मौत के मुंह से निकला था मोशे, अब पीएम मोदी ने लिखा इजरायली बच्चे को खत

Updated Dec 02, 2019 | 22:20 IST

PM Modi Letter to Moshe: 26/ मुंबई हमले में किसी तरह बचने में कामयाब रहे इजरायल के मोशे नाम के बच्चे को पीएम मोदी खत लिखा है और 2017 में हुई मुलाकात को याद किया है।

Loading ...
पीएम मोदी ने मोशे ना के लड़के को लिखा खत
मुख्य बातें
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के बेबी मोशे को खत लिखा, 26/11 हमले में बच गया था मोशे
  • पीएम ने कहा- आपकी कहानी लोगों को करती है प्रेरित, यह चमत्कार से कम नहीं
  • 26/11 मुंबई हमले में मोशे के सामने उसके मां-बाप को आतंकियों ने मार दी थी गोली

नई दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 26/11 के मुंबई हमलों में जीवित बचे इजरायली लड़के को मोशे को एक लिखकर बधाई दी है। इस खत में प्रधानमंत्री ने मोशे के की कहानी को 'चमत्कार' के रूप में वर्णित करते हुए कहा है कि यह सभी को 'प्रेरित' करता है। जब मुंबई हमले में आतंकियों ने मोशे के मां-बाप को उसके सामने  गोली मारी थी तो वह दो साल का बच्चा था।

मोशे को लिखे खत में पीएम मोदी ने कहा, 'आप इस महत्वपूर्ण बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं और अपने जीवन यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर रहे हैं। [नानी] सैंड्रा [सैमुअल] के साहस और भारत के लोगों की प्रार्थना आपको लंबे, स्वस्थ और सफल जीवन के लिए आशीर्वाद देती रहेगी। ’आपकी कहानी हर किसी को प्रेरित करती है। यह एक चमत्कार ही था।'

आतंकी हमले का जिक्र करते हुए मोदी ने लिखा, 'वे हमारी जीवंत विविधता को अपना नहीं कर सकते थे। न ही वे आगे बढ़ने के लिए हमारी भावना को कम कर सकते थे। आज, भारत और इज़रायल आतंकवाद और घृणा के खिलाफ और भी अधिक दृढ़ हैं।'  पीएम मोदी का यह संदेश इजरायल में भारतीय राजदूत संजीव सिंगला ने पढ़ा।

26 नवंबर 2008 को हुआ था आतंकी हमला

 साल 2008 में जब मुंबई पर आतंकवादी हमला हुआ था तो एक उसमें एक दो साल के बच्चे ने अपने मां-बाप खो दिये थे। इस बच्चे का नाम था मोशे होल्त्जबर्ग जो इजरायली दंपति का बेटा था। यह परिवार 26 नवंबर 2008 की रात मुंबई के नरीमन हाउस में रह रहा था कि करीब रात करीब 9 बजे आतंकी वहां घुसे और गोलियों की बौछार कर दी और कुछ नागरिकों को बंधक बना लिया। बाद में मोशे के सामने उसके मां-बाप को गोली मार कर उनकी हत्या कर दी गई।

ऐसे बची थी मोशे की जान

तभी भारतीय मूल की आया सैंड्रा सैमुअल ने मोशे को अपनी जान पर खेलकर बचाया। जब आतंकियों ने मोशे के मां बाप को गोली मारी तो सेंड्रा नरीमन हाउस के निचले हिस्से में थी। बाद में गोलीबारी बंद होने के बाद सेंड्रा ऊपर आई थी मोशे मां-बाप की लाश के बीच में रो रहा था। किसी तरह छुपते हुए सेंड्रा वहां पहुंची और मोशे को कंबल में लपेटकर बचाने में कामयाब रही। बाद में सेंड्रा को इजरायल की नागरिकता मिल गई और वह मोशे के सात इजरायल चले गईं। जनवरी 2018 में जब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत दौरे पर आए तो उनके साथ मोशे भी आया था। इस दौरान मोशे नरीमन हाउस भी गया था। 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।