- बंगाल में आठ चरणों में चुनाव होंगे
- चुनावी तारीख नजदीक आते ही सियासी पारा और चढ़ा
- बीजेपी, टीएमसी, लेफ्ट-कांग्रेस के बीच आरोप और प्रत्यारोप तेज
नई दिल्ली। बंगाल की सियासत अब पूरी तरह से गरमा चुकी है। आठ चरणों में होने वाले चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। इस चुनाव में टीएमसी, बीजेपी, लेफ्ट और कांग्रेस ताल ठोंक रहे है। लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और टीएमसी के बीच माना जा रहा है। इन सबके बीच शनिवार को जे पी नड्डा और गृहमंत्री अमित बीजेपी के उन कार्यकर्ताओं के परिवार से मिल सकते हैं जिनकी राजनीतिक हिंसा में मौत हो गई थी।
जे पी नड्डा का तूफानी दौरा
इन सबके बीच आज से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा बंगाल दौरे पर होंगे और बताया जा रहा है कि वो राजनीतिक हिंसा में मारे गए अपने कार्यकर्ताओं के परिजनों से मिलेंगेष। बीजेपी के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेता हमेशा से इस बात का जिक्र करते रहे हैं कि किस तरह से राजनीतिक हिंसा के जरिए टीएमसी ने बीजेपी को जमीनी स्तर पर काम नहीं करने दिया। बीजेपी अपने चुनावी सभाओं में इस बात का जिक्र करती है कि किस तरह से उन्हें निशाना बनाया गया। जिस तरह से कार्यकर्ताओं ने ममता बनर्जी की निरंकुशता का विरोध किया उसका सिला उन्हें जान देकर चुकानी पड़ी।
अस्पताल से ममता बनर्जी को मिली छुट्टी
इन सबके बीच सीएम ममता बनर्जी को शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। ममता बनर्जी की चोट को टीएमसी के नेता बड़ी साजिश का हिस्सा बता रहे हैं। टीएमसी का कहना है कि नंदीग्राम में जिस समय उन्हें चोट आई थी उस वक्त बंगाल पुलिस का एक भी सिपाही मौजूद नहीं था। लेकिन बीजेपी ने साफ किया इस तरह के आरोपों में किसी तरह की सच्चाई नहीं है। अगर ममता बनर्जी को साजिश नजर आ रही है तो केस सीबीआई को सौंप दें।