- अगले दो दिनों में हो सकता है मोदी सरकार में कैबिनेट का विस्तार
- कैबिनेट में विस्तार से पहले कई राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति
- केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया
नई दिल्ली : मोदी कैबिनेट में विस्तार से पहले बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को कई राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की। पूर्व केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल जबकि मंगूभाई छग्गनभाई पटेल को मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है। मिजोरम एवं हिमाचल प्रदेश के लिए भी नए राज्यपालों की नियुक्ति हुई है। थावर चंद गहलोत 2014 से लगातार सामाजिक न्याय एवं सहकारिता मंत्री थे। कुछ दिनों पहले उन्होंने अपनी उम्र का हवाला देते हुए राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त करने की पीएम मोदी से सिफारिश की थी।
इन राज्यों में राज्यपाल की नियुक्ति
कर्नाटक एवं मध्य प्रदेश के अलावा पीएस श्रीधरन पिल्लई को गोवा का, सत्यदेव नारायण आर्य को त्रिपुरा का,रमेश बैस को झारखंड का,
बंदारू दत्तात्रेय को हरियाणा का, हरि बाबू को मिजोरम का और राजेंद्र विश्वनाथ को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है।
कर्नाटक में ज्यादा हैं राजनीतिक गतिविधियां
थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाए जाने के पीछे कहा जा रहा है कि इस राज्य में राजनीतिक गतविधियां काफी तेज हो गई हैं। यहां राज्यपाल की कुर्सी पर सरकार को राजनीतिक रूप से परिपक्व किसी नेता की तलाश थी। गहलोत के पास सरकार एवं संगठन दोनों का काफी अनुभव है। इसलिए सरकार ने गहलोत को कर्नाटक के लिए उपयुक्त पाया है।
मोदी सरकार में होना है कैबिनेट विस्तार
नए राज्यपालों की नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब मोदी सरकार में कैबिनेट का विस्तार होने जा रहा है। रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सोमवार को पीएम मोदी की गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री (संगठन) बीएल संतोष के साथ बैठक हुई और इस बैठक में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नामों पर अंतिम मुहर लगी।
20 नए मंत्री मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं
सूत्रों का कहना है कि मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में बड़ा बदलाव करने जा रही है। इस बार मंत्रिमंडल में 20 नए चेहरों को जगह दी जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव का सामना करने जा रहे उत्तर प्रदेश सहित महाराष्ट्र एवं पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों की नुमाइंदगी कैबिनेट में ज्यादा हो सकती है।
सिंधिया, सोनोवाल मंत्री बन सकते हैं
कैबिनेट विस्तार में भाजपा के सहयोगी दलों जद-यू एवं लोजपा (पारस) गुट को भी जगह दी जा सकती है। अपना दल से अनुप्रिया पटेल को मंत्री बनाया जा सकता है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार शाम दिल्ली पहुंचने वाले हैं। असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल भी दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। चर्चा इन दोनों को भी मंत्री बनाए जाने की है।