नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले 28 सीबीआई अधिकारियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। इसमें उन अधिकारी का भी नाम है जो पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को गिरफ्तार करने के लिए उनके घर की दीवारों पर चढ़ गए थे। पिछले साल INX मीडिया मामले में चिदंबरम को गिरफ्तार करने वाले डिप्टी एसपी रामास्वामी पार्थसारथी को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है।
इस मामले में पार्थसारथी ने चिदंबरम के बेटे कार्ति को भी गिरफ्तार किया था। बाद में पी चिदंबरम 106 दिन बाद जेल से बाहर आए थे। 74 साल के चिदंबरम को 21 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने उन्हें आईएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ्तार किया था। बाद में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धनशोधन के मामले में उन्हें 16 अक्टूबर को गिरफ्तार किया। सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए मामले में उन्हें पहले ही जमानत मिल गई, लेकिन वो जेल से बाहर नहीं आ सके। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें ईडी के मामले में भी जमानत दी, तब वो तिहाड़ जेल से बाहर आ सके।
इसके अलावा धीरेंद्र शंकर शुक्ला, जो कि एजेंसी में डिप्टी एसपी के रूप में शामिल हुए और इसके संयुक्त निदेशक बनने की ओर बढ़े, उन्हें भी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक दिया गया। उन्होंने मुंबई पत्रकार जेडे की हत्या की सफलतापूर्वक जांच की। उन्होंने उस टीम का नेतृत्व किया था, जो यूएई से निकाले गए रोशन अंसारी को भारत लाई थी।
शुक्ला ने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के अनुयायियों से जुड़े मामले की भी जांच की थी।
विशिष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित होने वाले अधिकारियों में बिनय कुमार, मनोज वर्मा, निर्भय कुमार, रवि नारायण त्रिपाठी, मुकेश वर्मा, नितेश कुमार, बरुण कुमार सरकार, नारायण चंद्र साहू, नंद किशोर, नूर अली शेख और रोहिताश कुमार धिनवा शामिल हैं।