नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियों के बीच विपक्षी दलों ने सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया है। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यहां तक कहा कि उनके बच्चों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स तक हैक किए जा रहे हैं। कांग्रेस नेता के इन आरोपों पर सरकार ने संज्ञान लिया है और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने अब इसकी जांच किए जाने की बात कही है।
बताया जा रहा है कि केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एंटी-साइबरक्राइम यूनिट इस मामले की जांच करेगी। इस संबंध में यह भी महत्वपूर्ण है कि प्रियंका गांधी ने इसे लेकर कोई औपचारिक शिकायत नहीं दी है, बल्कि केंद्र ने इस माले में स्वत: संज्ञान लेते हुए आरोपों की जांच का फैसला लिया है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम (CERT-In) द्वारा इसकी जांच किए जाने की जानकारी सामने आ रही है।
कांग्रेस नेता ने लगाए थे आरोप
प्रियंका गांधी ने मंगलवार को उस वक्त यह आरोप लगाया था, जब उनसे प्रदेश में होने वाले चुनावों से पहले विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ होने वाले रेड और उनकी अवैध फोन टैपिंग को लेकर सवाल किया गया था। कांग्रेस महासचिव ने कहा था, ऐसा लगता है सरकार के पास कोई काम नहीं है। फोन टैपिंग ही नहीं, वे मेरे बच्चों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स भी हैक कर रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव का यह आरोप ऐसे समय में आया है, जबकि कांग्रेस नेता सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने इजरायली कंपनी NSO द्वारा बनाए गए स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल करते हुए फोन टैपिंग और जासूसी के आरोपों की विस्तृत जांच कराने की मांग की है।
इसे लेकर सियासी विवाद उसी समय से उफान पर है, जब नवंबर 2019 में कांग्रेस ने विपक्ष के तीन नेताओं का फोन टैप किए जाने के आरोप लगाए थे। इसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ-साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम भी शामिल था।