चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को मध्याह्न भोजन पर नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की, जिसके बाद पूर्व क्रिकेटर को राज्य कैबिनेट में पुन: शामिल किए जाने की अटकलों को हवा मिल गई है। मुख्यमंत्री ने पिछले साल मई में सिद्धू पर स्थानीय सरकार विभाग को 'सही तरीके से नहीं संभाल' पाने का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि इसके कारण 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने शहरी इलाकों में 'खराब प्रदर्शन' किया। इसके बाद से दोनों नेताओं के संबंधों में तनाव पैदा हो गया था।
मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान सिद्धू से अहम विभाग ले लिए गए थे, जिसके बाद उन्होंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था और वह कांग्रेस की सभी गतिविधियों से दूर हो गए थे। अमरिंदर सिंह ने सिद्धू को मध्याह्न भोजन के लिए मंगलवार को आमंत्रित था।मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के अनुसार, दोनों नेताओं ने यहां अमरिंदर सिंह के आवास पर करीब एक घंटा साथ बिताया और विभिन्न मामलों पर विचार साझे किए।
पंजाब और राष्ट्रीय हितों के अहम राजनीतिक मामलों पर चर्चा
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने ट्वीट किया, 'मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू ने मध्याह्न भोजन पर सौहार्दपूर्ण मुलाकात की, जिसमें पंजाब और राष्ट्रीय हितों के अहम राजनीतिक मामलों पर चर्चा की गई। दोनों नेताओं ने करीब एक घंटे तक साथ बिताए समय के दौरान अहम मामलों पर विचार साझे किए।'
कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने सिद्धू से अमृतसर में उनके आवास पर मुलाकात की थी, जिसके बाद वह पिछले महीने मोगा में हुई कांग्रेस की ‘ट्रैक्टर रैली’ में दिखे थे। यह रैली केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ हुई थी। रावत ने सिद्धू को कांग्रेस का ‘राफेल’ बताया था। रावत ने कहा था कि सिद्धू के घोर आलोचक भी उनकी उपयोगिता से इनकार नहीं कर सकते।