- सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ
- नेशनल हेरॉल्ड केस में पूछताछ
- कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर किया विरोध, धरने पर बैठे थे राहुल गांधी
एक तरफ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर शक्ति प्रदर्शन किया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी उस प्रदर्शन का हिस्सा बने। राहुल गांधी ने कहा कि भले ही वो हिरासत में हैं। लेकिन सरकाल हमारा हौसला नहीं तोड़ पाएगी
मोदी सरकार पर तंज
तानाशाही देखिए, शांतिपूर्ण प्रदर्शन नहीं कर सकते, महंगाई और बेरोज़गारी पर चर्चा नहीं कर सकते। पुलिस और एजेंसियों का दुरूपयोग करके, हमें गिरफ़्तार करके भी, कभी चुप नहीं करा पाओगे। 'सत्य' ही इस तानाशाही का अंत करेगा।देश के ‘राजा’ का हुक्म है - जो बेरोज़गारी, महंगाई, गलत GST, अग्निपथ पर सवाल पूछेगा - उसे कारागृह में डाल दो। भले ही मैं अभी हिरासत में हूं, भले ही देश में अब जनता की आवाज़ उठाना जुर्म हो, लेकिन वो हमारा हौसला कभी नहीं तोड़ पाएंगे।
जब राहुल गांधी बोले- भारत में पुलिस राज
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं एवं सांसदों ने ‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े धनशोधन के मामले में सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।मुख्य विपक्षी दल ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक द्वेष की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया और कहा कि सत्य ही इस तानाशाही का अंत करेगा।राहुल गांधी और कांग्रेस के कई अन्य सांसदों ने संसद भवन से मार्च निकाला तथा वे राष्ट्रपति भवन की तरफ बढ़ने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें विजय चौक पर रोक दिया। इसके बाद इन नेताओं ने वहां धरना दिया।कुछ देर बाद पुलिस ने राहुल गांधी और कई अन्य कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया।हिरासत में लिए जाने से पहले राहुल ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी जी राजा हैं और भारत में पुलिस राज है।’’
किसानों और जवानों के मुद्दे पर सवाल
PM ‘किसान उत्पीड़न’ योजना: - शहीद किसानों को मुआवज़ा नहीं - किसान आत्महत्या के आंकड़ें नहीं - 'मित्रों' के कर्ज़ माफ़, किसानों के नहीं - ‘सही MSP’ का झूठा वादा - फसल बीमा के नाम पर इंश्योरेंस कंपनियों को ₹40,000 Cr का फायदा 2022 तक करनी थी 'आय दोगुनी', कर दी 'यातना दोगुनी'।60,000 सैनिक हर साल रिटायर होते हैं, उनमें से सिर्फ 3000 को सरकारी नौकरी मिल रही है। 4 साल के ठेके पर हज़ारों की संख्या में रिटायर होने वाले अग्निवीरों का भविष्य क्या होगा? प्रधानमंत्री की प्रयोगशाला के इस नए Experiment से देश की सुरक्षा और युवाओं का भविष्य दोनों खतरे में हैं।