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Rahul Gandhi का एक बार फिर हल्लाबोल, पूरी तरह से नाकाम है नरेंद्र मोदी सरकार

Updated Jan 25, 2021 | 13:00 IST

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी इन दिनों तमिलनाडु की धरती पर हैं। वहां से उनके निशाने पर मोदी सरकार है जिनके 6 साल के कार्यकाल को बर्बादी का कार्यकाल बता रहे हैं

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तमिलनाडु के दौरे पर हैं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी
मुख्य बातें
  • तमिलनाडु में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का रोडशो
  • राहुल गांधी के निशाने पर एआईएडीएमके और नरेंद्र मोदी सरकार
  • तमिलनाडु में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं।

चेन्नई। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों तमिलनाडु के दौरे पर हैं, और रोड शो के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों की खुलकर आलोचना कर रहे हैं। वो कहते हैं कि आप खुद ब खुद समझ सकते हैं कि पीएम मोदी ने जुमलेबाजी के अलावा क्या किया। पीएम मोदी की अगुवाई वाली सरकार में हर कोई परेशान है और यह सरकार सिर्फ आंकड़ों के जरिए लोगों का पेट भरने का दावा कर रही है। आज समाज का हर तबका तबाह है, अगर बात देश की सीमाओं की करें तो वो भी सुरक्षित नहीं है। चीन लगातार आंखें तरेर रहा है और केंद्र सरकार बातों का हवाला देकर पीठ थपथपा रही है। 

3 कृषि कानून 2-3 उद्योगपतियों के लिए 
पीएम हमारे किसानों पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने 3 नए कानून लाए हैं जो भारतीय कृषि को नष्ट करने और 2-3 बड़े उद्योगपतियों को सौंपने जा रहे हैं। कल्पना कीजिए कि कानूनों में से एक स्पष्ट रूप से बताता है कि किसान अपनी रक्षा के लिए अदालत नहीं जा सकते हैं:
यदि हम राष्ट्र को देखते हैं और हम देखते हैं कि पीएम ने पिछले 6 वर्षों में क्या किया है, तो हम एक कमजोर भारत, एक विभाजित भारत, एक ऐसा भारत देखते हैं

पीएम मोदी की नीति बेरोजगारी के लिए जिम्मेदार
राहुल गांधी ने कहा कि जहां भाजपा-आरएसएस की विचारधारा पूरे देश में नफरत फैलाती है। हमारी सबसे बड़ी ताकत, हमारी अर्थव्यवस्था को ध्वस्त कर दिया गया है।हमारे युवा अब नौकरी पाने में सक्षम नहीं हैं और यह उनकी गलती नहीं है। यह हमारे प्रधानमंत्री द्वारा किए गए कार्यों का दोष है। दरअसल इस सरकार की सबसे बड़ी समस्या यही है कि वो सलाह को भी आलोचना के तौर पर लेती है और उसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है। 

क्या कहते हैं जानकार
राहुल गांधी के हमलावर रवैये पर जानकार कहते हैं कि तमिलनाडु में उनकी बोली के तीखे होने के पीछे दो बड़ी वजह है। पहला तो ये कि राज्य में विधानसभा के चुनाव होने हैं और एआईएडीएमके, केंद्र में  मोदी सरकार की सहयोगी है। इसके साथ ही राहुल गांधी की कोशिश है कि किसान आंदोलन के मुद्दे पर मोदी सरकार को बेनकाब करके आम लोगों के दिलों में बसा जा सकता है। दरअसल इस देश की बड़ी आबादी खेती किसानी से जुड़ी है और देश की रक्षा में लगे जवान भी किसी ना किसी रूप में किसान ही हैं। लिहाजा इस मामले को गरम रखकर कांग्रेस अपने मकसद को हासिल कर सकती है। 

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