- आतंकवाद के खिलाफ एवं बंधक संकट से निपटने से NSG को है विशेष महारत
- मुंबई हमले के दौरान एनएसजी ने दिखाया अपना पराक्रम, बंधक बने लोगों को छुड़ाया
- काले यूनिफॉर्म में रहते हैं इस बल के जवान, ब्लैक कैट कमांडो भी है इनका नाम
नई दिल्ली : बंधक संकट एवं विशेष परिस्थितियों में विशेष अभियान में चलाने में माहिर नेशनल सेक्युरिटी गार्ड (NSG) शनिवार को अपना स्थापना दिवस मना रहा है। इस बल के जवान हमेशा काली यूनिफॉर्म में होते हैं, इसलिए इन्हें ब्लैक कैट्स कमांडो भी कहा जाता है। साल 1986 में अस्तित्व में आने वाला यह विशेष अपनी स्थापना के बाद जब भी जरूरत पड़ी देश को संकट से निकाला है। इस बल के जवान असाधारण परिस्थितियों में अपना अभियान चलाने के लिए जाने जाते हैं। गुजरात के अक्षरधाम मंदिर हमले, मुंबई हमले 9/11 के दौरान इनकी वीरता, पराक्रम एवं शौर्य को पूरे देश ने देखा।
स्थापना दिवस पर अमित शाह ने दी बधाई
अपना 37वां स्थापना दिवस मना रहे एनएसजी को गृह मंत्री अमित शाह ने बधाई दी है। अपने बधाई संदेश में गृह मंत्री ने कहा कि 'इस विशेष बल ने अपने 'सर्वत्र सर्वोत्तम सुरक्षा' को चरितार्थ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।' अपने प्रशिक्षण स्थल मानेसर में एनएसजी के जवानों ने अपने साहस और शौर्य का प्रदर्शन किया है। आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान इस बल के जवान किस तरह से काम करते हैं, इसका नाटकीय मंचन कर दर्शाया गया।
मुंबई आतंकी हमले के समय दिखाया पराक्रम
आतंकवादी हमलों, बंधक संकट और हाईजैकिंग के खिलाफ अभियान चलाने में एनएसजी को महारत हासिल है। यह बल वीआईपी की सुरक्षा में भी तैनात होते हैं। मुंबई पर आतंकवादी हमले के दौरान एनएसजी ने बंधकों को छुड़ाने के लिए ताज होटल, नरीमन हाउस और ओबेराय होटल में विशेष अभियान चलाया था।