- जयललिता के निधन के बाद तमिलनाडु की राजनीति में उभरा है शून्य
- रजनीकांत ने दिए संकेत 2021 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी उनकी पार्टी
- अभिनेता बोले-सीएम नहीं बनूंगा और विधानसभा में बैठने के बारे में सोच नहीं सकता
चेन्नई : अभिनेता से नेता बने रजनीकांत ने अपनी राजनीतिक पारी को लेकर गुरुवार को बड़ी घोषणा की। रजनीकांत ने कहा कि वह तमिलनाडु की राजनीति में बदलाव लाना चाहते हैं क्योंकि जयललिता के निधन के बाद राज्य की राजनीति में अनिश्चितता बनी हुई है। रजनीकांत ने अभी अपनी राजनीतिक पार्टी के नाम की घोषणा नहीं की है लेकिन उन्होंने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि उनकी पार्टी राज्य में अगला विधानसभा चुनाव लड़ेगी। बता दें कि तमिलनाडु में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
चेन्नई के लीला पैलेस में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, 'पिछले कुछ समय से तमिलनाडु की राजनीति का विश्लेषण करता रहा हूं। करीब 15 वर्षों तक मेरी राजनीतिक पारी को लेकर अटकलें लगती रही हैं। मैंने 2017 में राजनीति में जाने की घोषणा की थी लेकिन अब मैं इन अटकलों पर अब विराम लगाना चाहता हूं। व्यवस्था में परिवर्तन लाने की जरूरत है। मैं तमिलनाडु की राजनीति में परिवर्तन लाना चाहता हूं। जयललिता के निधन के बाद से तमिलनाडु की राजनीति में अनिश्चितता बनी हुई है। मेरे पास भविष्य की तीन योजनाएं हैं। मैं राज्य का मुख्यमंत्री बनने के बारे में सोच नहीं सकता।'
अभिनेता ने कहा, 'मैं सरकार की अगुवाई करने और विधानसभा में बैठने के बारे में सोच नहीं सकता। मैंने कभी भी मुख्यमंत्री बनने के बारे में नहीं सोचा। मैंने अपनी पार्टी का प्रमुख बनने का फैसला किया है। इन वर्षों में फिल्म इंडस्ट्री में काम करते हुए मैंने जो नाम कमाया है मैं उसे राजनीति में इस्तेमाल करना चाहता हूं। मेरा मानना है कि आपको अपने लोगों के प्रति जवाबदेह होना होता है। मेरे पास नेताओं की कमी है। मैं अपनी पार्टी में 50 से 65 प्रतिशत युवाओं को मौका देना चाहता हूं।' उन्होंने कहा, 'मेरी पार्टी में अलग-अलग कई प्रमुख होंगे। राज्य की अगुवाई पार्टी का एक मजबूत नेता करेगा।'
तमिलनाडु की राजनीति में जयललिता के निधन के बाद एक बड़ा शून्य उभरा है। एआईएडीएमके और डीएमके के बीच जारी सत्ता संघर्ष के बीच रजनीकांत अपने लिए राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं। 69 वर्षीय अभिनेता रजनीकांत ने 2017 में अपना राजनीति में कदम रखने की घोषणा की लेकिन अभी तक उन्होंने अपनी पार्टी के नाम की घोषणा नहीं की है। रजनीकांत पिछले समय में कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र से भी मिले हैं। इसे लेकर भी अटकलें उठी हैं।