- अशोक गहलोत ने सभी विधायकों को पत्र लिखा है
- CM गहलोत ने सभी विधायकों से सच्चाई के साथ खड़े होने की अपील की
- गहलोत ने विधायकों से लोकतंत्र बचाने की अपील की है
नई दिल्ली: राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच और विधानसभा सत्र से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को विधायकों से लोकतंत्र को बचाने के लिए लोगों की आवाज सुनने और राज्य के लोगों के हित में सच्चाई के साथ खड़े होने की अपील की। उन्होंने पत्र लिखकर कहा है, 'सभी विधायकों से मेरी अपील है कि लोकतंत्र को बचाने के लिए, हम पर लोगों का विश्वास बनाए रखने और गलत परंपराओं से बचने के लिए, आपको लोगों की आवाज सुननी चाहिए।'
गहलोत ने कहा, 'आप चाहे किसी भी राजनीतिक पार्टी के विधायक हों, आप अपने अन्य साथियों, परिवारजनों और अपने क्षेत्र के मतदाताओं की भावनाओं को समझकर यह सुनिश्चित करने का फैसला करें कि राजस्थान प्रदेश के हितों के लिए जनता द्वारा चुनी हुई बहुमत प्राप्त सरकार मजबूती के साथ कार्य करती रहे और सरकार को अस्थिर करने के मंसूबे कामयाब नहीं हो सकें। मुझे विश्वास है कि प्रदेशवासियों के व्यापक हित में सभी विधायक सच्चाई के साथ खड़े रहेंगे और राज्य के विकास और समृद्धि के लिये जनता से किये गये वायदों को पूरा करने में सहयोग करेंगे।'
पत्र में गहलोत ने उनकी सरकार द्वारा किए गए कार्यों का भी जिक्र किया है। उन्होंने कोरोना के दौरान सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के विकास एवं अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का हरसंभव प्रयास किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमारे कुछ साथी और विपक्ष के कतिपय नेता मिलकर लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई हमारी सरकार को अस्थिर करने के षड्यंत्र में लगे हुए है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। तोड़-फोड़ एवं खरीद-फरोख्त करके सरकार को अस्थिर करना किसी भी दृष्टि से न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। यह स्वस्थ लोकतांत्रिक मर्यादाओं और परंपराओं के खिलाफ है।'