- राजस्थान के कई जिले टिड्डी दलों के हमले का सामना कर रहे हैं
- कोरोना संकट के बीच किसानों के लिए ये नई मुसीबत आ गई है
- टिड्डी दलों से राजस्थानों में फसल को काफी नुकसान हो रहा है
जयपुर : देशभर में व्याप्त कोरोना संकट के बीच समाज का हर वर्ग परेशान है। शहरों में लोग काम धंधा बंद हो जाने से परेशान हैं तो किसानों के लिए भी कोरोना बड़ी मुसीबत बनकर आया है। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण खेती-बाड़ी बुरी तरह प्रभावित हुई है। इन सबके बीच राजस्थान में किसानों को कोरोना संकट के साथ-साथ टिड्डों का हमला भी झेलना पड़ रहा है, जिसके कारण फसल को भारी नुकसान हो रहा है।
कई जिले प्रभावित
फिलहाल राजस्थान के पांच जिले श्रीगंगानगर, बाडमेर, जोधपुर, नागौर और अजमेर टिड्डी दलों के हमले से प्रभावित हैं। प्रभावित इलाकों का सर्वे करने के लिए पिछले दिनों 138 टीम को लगाय गया था। इनसे बचाव के लिए कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है तो किसानों को भी इन पर नियंत्रण के लिए तरह-तरह से जागरूक किया जा रहा है, लेकिन इन पर अब तक काबू नहीं पाया जा सका है।
फसलों को हो रहा नुकसान
अजमेर जिले में टिड्डों के हमले को लेकर कृषि विभाग में उप निदेशक वीके शर्मा ने बताया कि जिले में यह नागौर से पहुंचा। प्रभावित इलाकों में कीटनाशक का छिड़काव करने के लिए अग्निशमन विभाग की मदद ली गई है। उन्होंने यह भी बताया कि टिड्डों के हमले के कारण फसलों को 3 से 5 प्रतिशत का नुकसान हुआ है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन इससे प्रभावी ढंग से निपटने में सक्षम है।
पहले भी किसानों ने झेले हैं हमले
यहां उल्लेखनीय है कि राजस्थान में टिड्डों के दल ने बीते साल के आखिरी महीनों में भी फसल को नुकसान पहुंचाया था। राजस्थान के सरहदी जिलों में ये टिड्डे पाकिस्तान से पहुंचे थे। अब एक बार फिर राजस्थान के किसान टिड्डों के हमलों का समाना कर रहे हैं। विगत कुछ दिनों में राजस्थान के सरहदी इलाकों में एक बार फिर टिड्डी दलों का प्रकोप देखा जा रहा है। टिड्डों के बेमौसम हमले ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।