केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर एकबार जोरदार हमला बोला। गुरुवार को मुख्यमंत्री का एक वीडियो पोस्ट करते हुए शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री जी को अपने ही राज्य खासकर राजधानी के बारे में कितना मालूम है, प्रेस कॉन्फ्रेंस के इस वीडियो से जान लीजिए। जनाब ने गृह मंत्रालय भी अपने पास रखा है, पुलिस इनके अंतर्गत आती है, इस पर भी वे अपनी बगल झांक कर पूछ रहे हैं 'क्या मामला है?' एक शिक्षिका को राजधानी में जिंदा जला दिया जाना, इनके लिए बस एक मामला है और वो भी इन्हें नहीं पता।
मुख्यमंत्री के लिए महज एक घटना!
जब भी राजस्थान में ऐसी कोई घटना घटित होती है तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं ऐसा पूरे देश में कहीं न कही होता ही रहता है, हाल ही में राजस्थान में दलित छात्र की मौत हुई तब भी अशोक गहलोत का यही बयान था। दूसरी ओर अशोक गहलोत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस्लाम के नाम पर बने पाकिस्तान का उदाहरण देते हुए 'हिंदू राष्ट्र' को लेकर भी चेताया। उन्होंने संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया और कहा कि पिछले चुनाव में पीएम मोदी की एक्टिंग की वजह से कांग्रेस जीत के करीब पहुंचकर भी जीत नहीं पाई।
साधु-संतों के खिलाफ बढ़ रहे अपराध
शेखावत ने कहा कि राजधानी जयपुर में एक पुजारी ने खुद को आग लगा ली। पिछले दिनों खनन माफिया के विरोध में संत ने आत्मदाह कर लिया था। वहीं संदिग्ध परिस्थितियों में पुजारियों के शव भी मिले हैं। राजस्थान सरकार का सनातन धर्म विरोधी चेहरा सबके सामने है, जिससे साधु-संतों के विरुद्ध लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। संत-पुजारियों को भयाक्रांत करने के पीछे कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति भी कारण हो सकती है।
दुष्कर्म के मामले में पहले नंबर पर राजस्थान
कल ही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के डेटा के अनुसार आज राजस्थान देश में दुष्कर्म के मामलों में पहले नंबर पर है, नाबालिग बच्चियों की तस्करी के मामले में देश में दूसरे नंबर पर है। उत्तर प्रदेश में 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' का नारा देने वाली प्रियंका गांधी जी को राजस्थान में बच्चियों की बदहाली क्यों नहीं दिखाई देती?