- इस कानून को अब हिंदू-मुस्लिम के नजरिए से देखा जा रहा है, जो सहीं नहीं है- राजनाथ
- राजनाथ ने कहा कि हम राजनीति सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि देश बनाने के लिए करते हैं
- हमारी पार्टी जो कहेगी उसे हम पूरा करेंगे। हम जनता को दगा नहीं देना चाहते: राजनाथ सिंह
मेरठ: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को अब हिंदू-मुस्लिम के नजरिए से देखा जा रहा है। उन्होंने सीएए के समर्थन में मेरठ में आयोजित एक रैली में कहा कि जो मुस्लिम भारत का है, उसे कोई मां का लाल छू नहीं पाएगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की क्षेत्रीय रैली के दौरान सिंह ने कहा कि सीएए विधेयक पिछली बार हमारे पास राज्यसभा में बहुमत न होने के कारण पारित नहीं हो पाया था। उन्होंने कहा कि 'इस कानून को अब हिंदू-मुस्लिम के नजरिए से देखा जा रहा है। हमारे प्रधानमंत्री धर्म से इतर न्याय की बात करते हैं। गांधी जी ने भी कहा था कि धर्म के आधार पर विभाजन नहीं होना चाहिए।'
रक्षा मंत्री ने कहा कि 'हम राजनीति सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि देश बनाने के लिए करते हैं और जो मुस्लिम भारत का नागरिक है, उसे कोई मां का लाल छू नहीं पाएगा। कुछ पार्टियां हिंदू-मुस्लिम करके सत्ता का स्वाद चखती हैं, लेकिन हमारी पार्टी ऐसी नहीं है। पाकिस्तान में अगर अल्पसंख्यकों के साथ उत्पीड़न होगा तो भारत को संवेदनशील होना पड़ेगा। जो महात्मा गांधी ने कहा था, वह हमारी पार्टी ने कर दिखाया।'
राजनाथ ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में धारा-370 चुटकी बजाकर समाप्त कर दिया। ये अस्थायी प्रावधान था मगर कुछ विरोधी ताकतें इसे सपोर्ट करती रहीं। रक्षामंत्री ने कहा कि 'हमारी पार्टी जो कहेगी उसे हम पूरा करेंगे। हम जनता को दगा नहीं देना चाहते। हम दिलों को जीतकर राजनीति करना चाहते हैं।'
उन्होंने भाजपा को किसानों की हितैषी बताते हुए कहा कि मोहिउद्दीनपुर और रमाला चीनी मिल की हालत सुधरी है। किसानों की एक एक पाई का भुगतान किया जाएगा।राजनाथ सिंह ने सवाल करते हुए कहा, 'क्या नागरिकों का रजिस्टर नहीं होना चाहिए? सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए डाक्यूमेंट होना चाहिए या नहीं। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यक जलालत की जिंदगी जी रहे हैं। भारत ने अपने धर्म का पालन किया है।'