नई दिल्ली: भारतीय किसान संघ (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या प्रदर्शनकारियों को कुचलने वाले वाहन की प्रतिक्रिया थी। इसमें कोई योजना शामिल नहीं थी और यह हत्या नहीं है। टिकैत ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह एक्शन का रिएक्शन था। इसमें कोई योजना शामिल नहीं थी और यह हत्या नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर सड़क पर दो कारें टकराती हैं तो दोनों पक्ष बाहर आकर मारपीट करने लगते हैं। यह क्या है। यह केवल एक प्रतिक्रिया है। यह हत्या में नहीं आता है, मैं इसे हत्या नहीं मानता। बीते रविवार को लखीमपुर खीरी हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राकेश टिकैत के बयान की निंदा करते हुए कहा कि भारत में कानून का शासन है और यहां कानून के हिसाब से ही दोषियों को सजा दी जाएगी, आंख के बदले आंख के कानून से यह देश नहीं चल सकता। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयानों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में जो हुआ दुखद था और आरोपियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में न्याय दिलाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और लोग देख भी रहे हैं कि कार्रवाई हो रही है।
वहीं योगेंद्र यादव ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा 12 अक्टूबर से उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में 'कलश यात्रा' निकालेगा। 18 अक्टूबर को 'रेल रोको' आंदोलन और 26 अक्टूबर को लखनऊ में 'महापंचायत' होगी।