- पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम
- पीएम नरेंद्र मोदी भूमि पूजन कार्यक्रम में होंगे शामिल
- भूमि पूजन से पहले अयोध्या को सजाया और संवारा जा रहा है।
नई दिल्ली। कहते हैं कि अगर आप कोई वादा और दावा दोनों करें और वो पूरी हो जाए तो खुशी की सीमा नहीं रहती। पांच अगस्त 2020 को राम मंदिर भूमि पूजन का हिस्सा बनेंगे पीएम नरेंद्र मोदी। लेकिन आज से करीब 29 वर्ष पहले साल 1991 का था और उस समय नरेंद्र मोदी ने एक बात कही थी। 1991 में राम जन्मभूमि आंदोलन चरम पर पहुंच चुका था। बीजेपी के दिग्गज नेता अयोध्या में थे। उन्हीं दिग्गज नेताओं में से एक मुरली मनोहर जोशी के साथ नरेंद्र मोदी थे।
29 साल पहले सवाल का मोदी ने दिया था जवाब
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक वीएचपी से जुड़े एक फोटोग्राफर ने नरेंद्र मोदी से पूछा कि अब आप अयोध्या कब आएंगे तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जरूर आऊंगा लेकिन मंदिर बनेगा तब। उस घटना के 29 साल बाद पांच अगस्त का वो दिन उस ऐतिहासिक बयान का भी गवाह बनेगा। बताते हैं कि उस फोटोग्राफर ने मुरली मनोहर जोशी से पूछा था कि आपके साख ये शख्स कौन हैं। इस सवाल के जवाब में जोशी ने कहा था कि यह गुजरात से आने वाले बीजेपी के नेता हैं।
सज और संवर रही है अयोध्या
पांच अगस्त को भूमि पूजन से पहले अयोध्या को ने केवल दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है, बल्कि आतंकी खतरे को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं। हाल ही में खुफिया एजेंसियों मे अलर्ट जारी किया था कि लश्कर और जैश के आतंकी भूमि पूजन में खलल डाल सकते हैं। बता दें कि मंदिर भूमि पूजन से पहले देश के अलग अलग धार्मिक स्थलों ने मिट्टी को अयोध्या पहुंचाया जा रहा है। इसके साथ ही तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट का कहना है कि लोग अपने टेलीविजन सेट के जरिए उस भव्य आयोजन का हिस्सा बनें। कोरोना काल की वजह से अयोध्या आने से परहेज करें।