- जीतन राम मांझी का कहना है कि किसी दलित चेहरे को सीएम कैंडिडेट बनाया जा सकता है
- तेजस्वी ने कहा है कि पिछड़े और दलित सीएम बन रहे हैं तो ये लालू प्रसाद की ही पहल का नतीजा है
- तेजस्वी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि 'लोकसभा चुनाव में हम हारे नहीं, हराए गए हैं
नई दिल्ली: बिहार की राजनीति में युवा राजद नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बारे में कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय जनता दल की ओर से विधानसभा चुनाव में तेजस्वी ही सीएम उम्मीदवार होंगे, राजद के तमाम नेताओं ने इसको लेकर खुशी जताई है वहीं महागठबंधन के नेता जीतनराम मांझी ने इशारों में तेजस्वी की उम्मीदवारी की लेकर सवाल उठाए हैं।
मांझी का कहना है कि किसी दलित चेहरे को सीएम कैंडिडेट बनाया जा सकता है, इस बात को लेकर तेजस्वी ने ऐसे नेताओं से कहा है कि आज के दौर में पिछड़े और दलित मुख्यमंत्री बन रहे हैं तो ये उनके पिता लालू प्रसाद की ही पहल का नतीजा है जिसके लिए उन्होंने पुरजोर कोशिश की और ये उन्हीं की देन है कि लोग अपनी बातों को अपनी मांगों को लेकर आगे आने लगे हैं।
इसके अलावा तेजस्वी ने युवा राजद के नेताओं के साथ बैठक की और पार्टी द्वारा चलाए जा रहे सदस्यता अभियान की समीक्षा की। बैठक के दौरान तेजस्वी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि 'लोकसभा चुनाव में हम हारे नहीं, हराए गए हैं। राजद को लेकर कई तरह के भ्रम फैलाए जा रहे हैं, परंतु राजद के कार्यकर्ता किसी भी बात पर ध्यान दिए बिना आगे देखें और सीधे चलें।'
तेजस्वी ने सीएम नीतीश कुमार को लेकर भी तंज किए हैं उन्होंने कहा कि माननीय नीतीश कुमार जी की अपनी कोई ताक़त नहीं। आजतक ना कभी अकेले चुनाव लड़ा और ना 15 वर्ष CM रहने के बावजूद भी अकेले लड़ने की क्षमता।
तेजस्वी ने कहा कि 'भाजपा और जद (यू) से कोई लेना-देना नहीं है, आने वाला समय युवाओं का है और राजद प्रारंभ से ही जनहित के मुद्दे पर संघर्ष करती रही है और आगे भी करेगी, यही राजद की पहचान है।' प्रत्येक मतदान केंद्र (बूथ) पर एक क्रियाशील सदस्य बनाने पर जोर देते हुए तेजस्वी ने कहा,'सभी लोग सदस्यता अभियान में लगें। आगे होने वाले चुनाव में राजद फिर से सफल होगी।'