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12000 भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ा, कीव में अब एक भी भारतीय नागरिक नहीं, 4000 संघर्ष क्षेत्र में: विदेश मंत्रालय

Updated Mar 01, 2022 | 22:42 IST

यूक्रेन में फंसे भारतीयों पर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हमारे सभी नागरिक कीव छोड़ चुके हैं। हमारी सभी पूछताछों से पता चलता है कि हमारा प्रत्येक नागरिक कीव से बाहर आ गया है। 4000 नागरिक संघर्ष क्षेत्र में हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspANI
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला
मुख्य बातें
  • हमारी सूचना के मुताबिक हमारे सभी नागरिकों ने कीव छोड़ दिया है: विदेश सचिव
  • वायुसेना का एक सी-17 विमान रोमानिया के लिए उड़ान भरेगा
  • अगले तीन दिनों में 26 उड़ानें निर्धारित की गई हैं

यूक्रेन संकट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीयों को निकालने के लिए अफसर भेजे गए हैं। कीव से सभी भारतीयों को निकाला गया है। कीव में कोई भारतीय नहीं है। यूक्रेन के पड़ोसी देशों में 25 अफसर भेजे गए हैं। वायुसेना का एक सी-17 विमान भारतीयों को वापस लाने के लिए बुधवार तड़के चार बजे रोमानिया के लिए उड़ान भर सकता है। अगले तीन दिनों में भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए 26 उड़ानें निर्धारित की गई हैं। बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा, पोलैंड और स्लोवाक गणराज्य के हवाई अड्डों का भी उपयोग निकासी उड़ानों के संचालन के लिए किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी को फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों का फोन आया था।

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि जब हमने अपनी पहली एडवाइजरी जारी की थी, उस समय यूक्रेन में अनुमानित रूप से 20,000 भारतीय छात्र थे। उस संख्या से लगभग 12,000 लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं, जो यूक्रेन में हमारे नागरिकों की कुल संख्या का 60% है। शेष 40% में से लगभग आधे खारकीव, सूमी क्षेत्र में संघर्ष क्षेत्र में रहते हैं और अन्य आधे या तो यूक्रेन की पश्चिमी सीमाओं तक पहुंच गए हैं या यूक्रेन के पश्चिमी भाग की ओर बढ़ रहे हैं। वे आम तौर पर संघर्ष क्षेत्रों से बाहर हैं।

इससे पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन रूस संकट पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस पर उन्होंने कहा कि बैठक की शुरुआत खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा की दुखद मौत पर गहरे खेद और संवेदना के साथ हुई। प्रधानमंत्री ने एक भारतीय नागरिक की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। इससे पहले आज दोपहर में मैंने रूस और यूक्रेन के राजदूतों को अलग-अलग फोन किया। मैंने उन सभी से भारतीय नागरिकों के लिए तत्काल सुरक्षित मार्ग की हमारी मांग को दृढ़ता से दोहराया जो अभी भी खारकीव और संघर्ष क्षेत्र के अन्य शहरों में हैं।

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विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने यूक्रेन को मानवीय सहायता पर कहा कि पोलैंड के रास्ते यूक्रेन के लिए मानवीय सहायता की पहली किश्त लेकर आज सुबह एक उड़ान रवाना हुई। खेप में दवाएं, चिकित्सा उपकरण और अन्य राहत सामग्री शामिल थीं। कल एक और उड़ान पोलैंड के माध्यम से दूसरी खेप ले जाएगी। दवाओं के अलावा, हमारे पास कई अन्य वस्तुएं भी हैं जो यूक्रेन में मानवीय उपयोग की होंगी।

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