- केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने सीएए के पक्ष में रैली के दौरान दिया विवादित बयान
- जेएनयू, जामिया में देश के विरोधी नारों का इलाज एक ही है, पश्चिमी UP का वहां 10 फीसदी आरक्षण करवा दो -बालियान
- बालियान ने कहा कि अगर आरक्षण मिला तो किसी की हिम्मत नहीं होगी नारे लगाने की
मेरठ: केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन राज्य मंत्री डॉ. मंत्री संजीव बालियान ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। मेरठ में नागरिकता कानून के पक्ष में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बालियान ने कहा, 'मैं राजनाथ जी से निवेदन करूंगा कि जो जेएनयू, जामिया में देश के विरोध में नारे लगाते हैं इनका एक ही इलाज है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश का वहां 10 प्रतिशत आरक्षण करवा दो सबक इलाज कर देंगे। ऐसा करने से किसी की जरूरत नहीं पड़ेगी।'
बालियान ने आगे कहा, 'अगर ऐसा होता है तो ये कोई नारा नहीं लगा पाएगा और देश के खिलाफ किसी की हिम्मत नहीं होगी नारे लगाने की। ये पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भूमि है। जब देश आजाद हुआ तब 7 फीसदी मुस्लिम थे आज 20 फीसदी हैं और पश्चिम उत्तर प्रदेश में 50 प्रतिशत। तो हिंदू 23 प्रतिशत से 3 प्रतिशत और मुसलमान 7 प्रतिशत से 40 प्रतिशत। अंतर इतना बड़ा है, अपने आप देख लें।'
बालियान ने कहा कि जेएनयू और जामिया में मिलाकर जितने छात्र पढ़ते हैं उससे ज्यादा तो यहां मेरठ कॉलेज में सीएए के पक्ष में बैठ चुके हैं। मेरठ में आयोजित इस रैली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिहं ने भी शिरकत की। रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा था कि जो मुस्लिम भारत का है, उसे कोई मां का लाल छू नहीं पाएगा।।
राजनाथ ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में धारा-370 चुटकी बजाकर समाप्त कर दिया। ये अस्थायी प्रावधान था मगर कुछ विरोधी ताकतें इसे सपोर्ट करती रहीं। रक्षामंत्री ने कहा कि 'हमारी पार्टी जो कहेगी उसे हम पूरा करेंगे।'