- लखीमपुर खीरी हिंसा का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा और उसका सहयोगी गिरफ्तार
- संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग की है
- संयुक्त किसान मोर्चा ने रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया है
Sanyukt kisan morcha rail roko movement: यूपी के लखीमपुर खीरी में 2 अक्टूबर को जो कुछ हुआ था वो लगा कि कहीं हम कोई फिल्म तो नहीं देख रहे। तेज रफ्तार एक थार आंदोलन कर रहे किसानों को कुचलते हुए आगे बढ़ गई जिसमें चार किसान मारे गये। उस दृश्य को देखकर हर कोई सहम गया और उसके बाद जो जानकारी सामने आई उसके बाद सियासत गरमा गई। पता चला कि वो थार जीप किसी और की नहीं बल्कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी से संबंधित है और जो शख्स थार में सवार था वो उनका बेटा आशीष मिश्रा था। आशीष मिश्रा और उनके पिता के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा जंग लड़ रहा है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्रा गिरफ्तार हैं। लेकिन एसकेएम और बड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है।स
गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी पर एसकेएम अड़ा
संयुक्त किसान मोर्चा लखीमपुर हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर 18 अक्टूबर को ‘रेल रोको’ आंदोलन करने का फैसला किया है। केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे विभिन्न किसान संगठनों के संयुक्त मंच एसकेएम ने एक बयान में कहा कि जब तक लखीमपुर खीरी मामले में न्याय नहीं मिल जाता प्रदर्शन और तेज होगा।
सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक 6 घंटे तक रेल रोको आंदोलन
मोर्चा ने कहा कि एसकेएम अपने सभी घटकों को 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक 6 घंटे तक रेल रोकने का आह्वान करता है। एसकेएम अपील करता है कि यह शांतिपूर्ण और रेलवे की संपत्ति को बिना नुकसान पहुंचाए किया जाए।गौरतलब है कि तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी।
न्याय के लिए रेल रोको आंदोलन
एसकेएम ने कहा कि ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के दौरान सोमवार को पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न 4 बजे तक सभी मार्गों पर छह घंटे के लिए रेल यातायात को रोका जाएगा। बयान में कहा गया कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त कर गिरफ्तार करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने कल राष्ट्रव्यापी रेल रोको कार्यक्रम की घोषणा की है ताकि लखीमपुर खीरी जनसंहार में न्याय मिल सके।संयुक्त किसान मोर्चा के इस आंदोलन की वजह से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रेल यातायात पर असर पड़ सकता है। सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित होगी। यात्रियों को खास इंतजाम के साथ यात्रा की सलाह दी गई है।