- पश्चिम बंगाल में साल 2021 में होंगे विधानसभा चुनाव, भाजपा ने शुरू की तैयारी
- जेपी नड्डा के दिल्ली स्थित आवास पर ममता सरकार को घेरने के लिए हुई बैठक
- 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 18 सीटें जीतीं
नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। इस राज्य में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। केंद्रीय मंत्री गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के लिए दिल्ली स्थित उनके आवास पहुंचे। पश्चिम बंगाल के भाजपा नेताओं की यहां पर नड्डा और शाह के साथ मुलाकात हुई। सूत्रों का कहना है कि शाह और नड्डा ने पश्चिम बंगाल के अपने पार्टी नेताओं से उन मुद्दों के बारे में जानना चाहा जिसके जरिए ममता सरकार की घेरेबंदी की जा सके।
प्रदेश नेताओं में बेहतर तालमेल चाहती है भाजपा
सूत्रों का कहना है कि चुनाव से पहले भाजपा राज्य में अपने जितने भी बड़े नेता हैं उनके बीच बेहतर तालमेल एवं समन्वय स्थापित करना चाहती है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता का कहना है, 'राज्य के पार्टी नेतृत्व में मतभेद हैं। इन मतभेदों को देर-सबेर दूर करने की जरूरत है। बंगाल में लोगों की भावनाएं ममता सरकार के खिलाफ हैं। लोगों की भावनाओं का ख्याल करते हुए हमें अपनी तैयारी करनी होगी।'
बैठक में शामिल हुए प्रदेश भाजपा के नेता एवं पदाधिकारी
इस बैठक में नवनियुक्त राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष, महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन और राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव (संगठन) शिव प्रकाश उपस्थित थे। सूत्रों का कहना है कि बैठक में राष्ट्रीय पदाधिकारी राहुल सिन्हा को बुलाया गया था। सिन्हा ने टीएमसी से भाजपा में आए रॉय की नियुक्ति पर नाखुशी जाहिर की है।
2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का रहा शानदार प्रदर्शन
पिछले कुछ वर्षों में भाजपा पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में उभरी है। 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया। अपने प्रदर्शन से वह कांग्रेस और वामदलों को काफी पीछे छोड़ चुकी है। यहां लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां की 18 सीटें जीतीं और अपना वोट प्रतिशत 40.25 प्रतिशत तक पहुंचा दिया। साल 2014 के लोकसभा चुनावों में उसका वोट प्रतिशत 16.8 था। भाजपा को लगता है कि इस बार विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की जनता उसे मौका दे सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए वह अभी से जुट जाना चाहती है। लोकसभा चुनाव में मिली भारी सफलता से वह काफी उत्साहित है।