- शाहजेब रिजवी मेरठ से गिरफ्तार, सोशल पोस्ट करने वाले के खिलाफ रखा था इनाम
- सोशल मीडिया पोस्ट के बाद बेंगलुरु में हिंसा भड़की थी
- कर्नाटक सरकार ने कहा कि दंगाइयों की पहचान कर उनकी संपत्ति से भरपाई होगी।
नई दिल्ली। भारत की सिलिकॉन सिटी के नाम से विख्यात बेंगलुरु जल उठा था। नफरत की आग में दंगाइयों ने करीब 300 गाड़ियों को जला दिया और तीन लोगों की जान चली गई। पुलिस की कार्रवाई में अब तक 114 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। सोशल मीडिया पोस्ट करने वाले खिलाफ मेरठ एक शख्स शाहजेब रिजवी ने इनाम रखा था। लेकिन वो मेरठ पुलिस के हत्थे चढ़ गया और इस समय हवालात में है।
बेंगलुरु में भड़की थी हिंसा
मंगलवार की रात बेंगलुरु शहर भारी हिंसा एवं उपद्रव की चपेट में आ गया था। एक फेसबुक पोस्ट को लेकर हुई हिंसा में तीन लोगों की जान चली गई थी।60 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। पुलिस का कहना है कि हिंसा के दौरान पुलिस के वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। एक बेसमेंट में करीब 200 से 250 वाहन को भी आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने बताया था कि हिंसक घटना की जांच की जा रही है।
दंगाइयों पर कर्नाटक सरकार सख्त
पुलिकेशी नगर से विधायक मूति ने एक वीडियो जारी कर भीड़ से हिंसा न करने की अपील की। मूर्ति ने अपने इस वीडियो में कहा, 'कुछ असमाजिक तत्वों की शरारतपूर्ण कार्रवाई पर आप हिंसा का सहारा न लें।' इसी दौरान बेंगलुरु के केजी हल्ली पुलिस स्टेशन के बाहर बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई।इसी दौरान डीजी हल्ली पुलिस स्टेशन पर भीड़ क एक दूसरे समूह ने हमला कर दिया। यहां भीड़ ने कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया और वहां तोड़फोड़ की। भीड़ के उत्पात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं।