- अध्यक्ष पद के चुनाव में कांग्रेस सांसदों को फिर हुई 'ट्रांसपेरेंसी और फेयरनेस' की चिंता
- मनीष तिवारी समेत पांच सांसदों ने लिखी चिट्ठी
- सांसदों की मांग- मतदाता सूची को किया जाए सार्वजनिक
Congress President Election: एक तरफ कांग्रेस के आला नेता भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं, तो दूसरी तरफ कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस के पांच लोकसभा सदस्यों ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता को लेकर चिंता जाहिर की है। इसी के मद्देनजर इन नेताओं ने सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी के हेड मधुसूदन मिस्त्री से अपील की है कि वोटिंग में हिस्सा लेने वाले और संभावित उम्मीदवारों के नामांकन की प्रक्रिया शुरु होने से पहले कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट की लिस्ट उपलब्ध करवाई जाए।
इन सांसदों ने की मांग
पार्टी सांसद शशि थरुर, मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बारदोलाई आर अब्दुल खालिक ने मिस्त्री को ये खत लिखा है। इनमें से दो सांसद कांग्रेस के G-23 समूह का हिस्सा हैं। इन सांसदों ने पहले भी ये सूची सार्वजनिक करने की अपील की थी जिससे मिस्त्री ने साफ इनकार कर दिया था। डेलीगेट की लिस्ट सार्वजनिक किए जाने की मांग को खारिज करते हुए मिस्त्री ने कहा था कि पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव से जुड़ी पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और कांग्रेस के संविधान के मुताबिक है।
उठ रहे हैं सवाल
तिवारी और कार्ति चिदंबरम पहले भी केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण (CEA) से मतदाता सूची को सार्वजनिक करने और कांग्रेस की वेबसाइट पर उपलब्ध कराने का आग्रह कर चुके हैं। हालांकि, CEA ने कहा कि ये सूची चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को उपलब्ध कराई जाएगी क्योंकि यह गोपनीय डेटा है और इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। आनंद शर्मा ने भी सीडब्ल्यूसी की बैठक में यह मुद्दा उठाया था। आपको बता दें कि कांग्रेस में नए अध्यक्ष का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा. 19 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। पार्टी भले ही इसे पारदर्शी बता रही हो लेकिन अपने ही सांसद जब सवाल उठा रहे हैं तो प्रश्न चिह्न लगना स्वाभाविक है।
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