लाइव टीवी

शिवसेना और राज ठाकरे में अब होगी हिंदुत्व की जंग? MNS के बाद शिवसेना भी घुसपैठियों पर सख्त

Updated Jan 25, 2020 | 10:44 IST

महाराष्ट्र में पाकिस्तानी-बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर शिवसेना और राज ठाकरे आमने-सामने हैं। दोनों दलों ने खुलकर अपने विचार जाहिर किए हैं।शिवसेना ने कहा है कि पाकिस्तानी-बांग्लादेशी मुसलमानों को निकालना चाहिए।

Loading ...
महाराष्ट्र में हिंदुत्व की लड़ाई

नई दिल्ली: महाराष्ट्र में हिंदुत्व की लड़ाई तेज हो गई है। पहले राज ठाकरे ने घुसपैठियों को लेकर सख्त तेवर दिखाए तो अब शिवसेना भी इसमें कूद गई है। शिवसेना ने कहा है कि देश में घुस आए पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमानों को बाहर निकाल देना चाहिए, इसमें कोई शक नहीं है। पार्टी का ये रुख महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे की टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 9 फरवरी को मुंबई में पाकिस्तान और बांग्लादेश के 'अवैध घुसपैठियों' को भारत से बाहर निकालने की मांग करते हुए नौ फरवरी को विरोध मार्च निकालेगी।

अपने मुखपत्र सामना में शिवसेना ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के संबंध में रुख में बदलाव के लिए राज ठाकरे पर हमला किया। इसमें कहा गया कि कल मनसे ने कहा कि वे सीएए का समर्थन करते हैं। एक महीने पहले वे इस अधिनियम के खिलाफ थे।

सामना में कहा गया, 'हमारी पार्टी ने कभी भी हिंदुत्व की अपनी विचारधारा को नहीं छोड़ा और मराठी लोगों के लिए भी काम किया। यही कारण है कि राज्य में लोगों ने हमें स्वीकार किया है।' शिवसेना ने यह भी सवाल किया कि क्या ठाकरे के बदलाव को लोगों द्वारा स्वीकार किया जाएगा या नहीं। लेख में कहा, 'कुछ लोग अपने फायदे के लिए हिंदुत्व के नाम का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन फिर भी कुछ दल ऐसा करते हैं तो हमारे पास उन्हें स्वीकार करने का बड़ा दिल है। हो सके तो आगे बढ़ें।'

राज ठाकरे ने अपनी पार्टी का नया झंडा जारी किया जो पूरी तरह भगवा है और उसमें छत्रपति शिवाजी महाराज की राजमुद्रा का चित्र है। राज ठाकरे ने पार्टी के पूर्ण अधिवेशन के समापन सत्र में कहा, 'मैं मराठी हूं और हिंदू भी। मैंने अपना धर्म नहीं बदला है। अगर मेरे अंदर के मराठी को छेड़ने की कोशिश होगी तो मैं मराठी के रूप में उस आदमी के पीछे पड़ जाऊंगा और यदि कोई मेरे अंदर के हिंदू को छेड़ता है तो उसके पीछे हिंदू की तरह पड़ जाऊंगा।'

इस पूरे मामले को देखकर समझा जा सकता है कि एनसीपी और कांग्रेस के साथ जाने के बाद शिवसेना लगातार ये समझाने में लगी हुई है कि उसने अपनी हिंदुत्व की विचारधारा से कोई समझौता नहीं किया है, जबकि राज ठाकरे इसमें मौका देख रहे हैं। शिवसेना के एनसीपी-कांग्रेस के साथ जाने से उसकी हिंदुत्व की छवि पर जो असर पड़ा है, ठाकरे उसका फायदा उठाने की कोशिश में हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में मुखर हिंदुत्व की ओर बढ़ने का संकेत दिया है।मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे 7 मार्च को अयोध्या भी जाएंगे।

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।