अयोध्या में बनने वाले भव्य श्रीरामजन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास हो गया। 500 सालों से प्रभु राम की नगरी अयोध्या को इसी पल का इंतजार था। इस खुशी के मौके पर पूरी अयोध्या सजी हुई है। आज शाम को यहां दीपावली मनाई जाएगी, ठीक वैसे ही जैसे भगवान राम के वनवास से वापस आने पर मनाई गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास की मौजूदगी में मंदिर का भूमि पूजन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इसी शिला का पूजन किया, जिसे कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य ने भेजा था। इस शिला पर भूमिपूजन की तमाम विधि लिखी थी, लेकिन यजमान का नाम नहीं लिखा था। तांबे की शिला पर आज का पूरा कार्यक्रम लिखा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले राम लला का आशीर्वाद लिया और उसके बाद वे भूमि पूजन समारोह में शामिल हुए। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भूमि पूजन संपन्न हुआ।
पीएम मोदी के अलावा इस कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित 175 प्रतिष्ठित लोगों को आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम में वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पूरी रामनगरी को एक अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है।
ऐसा होगा भव्य राम मंदिर
बता दें कि प्रस्तावित मॉडल के मुताबिक दो मंजिल राम मंदिर की लंबाई 270 फुट, चौड़ाई 140 फुट और ऊंचाई 128 फुट होगी। इसमें 330 बीम और दोनों मंजिल पर 106-106 यानी कुल 212 खंभे लगंगे। इस मंदिर के कुल पांच दरवाजे होंगे और ये दरवाजे मंदिर के पांच हिस्सों में लगेंगे। दरवाजे गर्भगृह, कौली, रंग मंडप, नृत्य मंडप और सिंह द्वार पर होंगे। गर्भगृह के ठीक ऊपर 16.3 फीट का प्रकोष्ठ बनाया जाएगा, जिस पर 65.3 फुट ऊंचे शिखर का निर्माण होगा।