नई दिल्ली:कोरोना वायरस के जारी प्रकोप से निपटने के लिए केंद्र के साथ राज्य सरकारें भी लगी हुई हैं वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के नौ उपाय सुझाए हैं। सीताराम येचुरी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए तेजी से जांच की संख्या बढ़ाने और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों (PPE) खरीदने जैसै उपाय सरकार को बताए हैं।
येचुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से 'सप्तपदी' (सात बिंदुओ) का अनुकरण करने की अपील की लेकिन केंद्र सरकार को पार्टी की ओर से दिए ‘‘नवपदी’’ (नौ बिंदुओ) का अनुपालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'पीपीई की खरीद कर उन्हें मुहैया कराए जाए, तेजी से जांच की जाए, आयकर नहीं देने वाले प्रत्येक व्यक्ति के खाते में तत्काल 7,500 रुपये जमा कराएं, जरूरतमंदों को मुफ्त में राशन उपलब्ध कराएं, आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 0.8 प्रतिशत से बढ़ाकर जीडीपी के पांच प्रतिशत के बराबर करें और राज्य सरकारों की उदार तरीके से धन मुहैया कराकर मदद करें।' उल्लेखनीय है कि माकपा के मुखपत्र पीपुल्स डेमोक्रेसी ने दावा किया है कि कोरोना वायरस के के खिलाफ लड़ाई में राज्य सरकार धन के अभाव में पंगु बन गए हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 के खतरे और लॉकडाउन बढ़ाने पर देश को एक बार फिर संबोधित किया था। पीएम ने अपने संबोधन में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर तीन मई तक करने की घोषणा की थी। पीएम ने कहा कि जिन इलाकों में लॉकडाउन टूटेगा वहां पर दी गई छूट समाप्त कर दी जाएगी। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पीएम ने राज्य सरकारों की प्रतिबद्धता की भी तारीफ की।
उन्होंने कहा कि राज्यों ने बहुत ही जिम्मेदारी से काम किया है। पीएम ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से देश को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है लेकिन लोगों के जीवन के आगे यह कुछ भी नहीं है। पीएम ने लॉकडाउन के दौरान सात बातों के लिए लोगों का सहयोग मांगा है।
- लोग घरों में अपने बुजुर्ग व्यक्तियों का ख्याल रखें
- लोग घरों में बने मास्क का इस्तेमाल करें
- कोविड-19 के खिलाफ स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करें
- कोरोना वायरस के बारे में जानकारी के लिए आरोग्य एप का इस्तेमाल करें
- लॉकडाउन के दौरान गरीब लोगों के लिए खाने-पीने का ख्याल रखें
- कर्मचारियों के प्रति सहानुभूति रखें, उन्हें काम से मत निकालें
- कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान में शामिल लोगों का सम्मान करें
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के खतरे को मिलकर हराया जा सकता है। हमने जो रास्ता चुना है वह चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है। स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता है तो यह हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए।