नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विकास दर से लेकर बढ़ती बेरोजगारी तक पर मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने हाल में सामने आए व्हाट्सएप जासूसी मामले को लेकर भी सरकार को घेरा है। हालांकि उनके इस आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी को घेरते हुए सवाल किए हैं।
सोनिया गांधी ने सरकार को घेरते हुए कहा, 'पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि केवल 5% है। 8.5% पर बेरोजगारी का स्तर परेशान करने वाला है। हाल के अध्ययनों से सामने आया है कि नोटबंदी, जीएसटी और मोदी सरकार के आर्थिक फैसलों के परिणामस्वरूप पिछले 6 सालों के दौरान 90 लाख नौकरियों का अभूतपूर्व नुकसान हुआ है।'
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'नया चौंकाने वाला रहस्य सामने आया है कि मोदी सरकार द्वारा हासिल किए गए इजरायल पेगासस सॉफ्टवेयर के माध्यम से एक्टिविस्ट्स, पत्रकारों और राजनेताओं की जासूसी हुई हैं। ये गतिविधियां केवल अवैध और असंवैधानिक नहीं हैं, वे शर्मनाक हैं।'
इस आरोप पर पलटवार करते हुए जेपी नड्डा ने कहा, सरकार इस मुद्दे पर अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर चुकी है, शायद श्रीमती गांधी राष्ट्र को यह बता सकती हैं कि श्री 10 जनपथ से किसने प्रणब मुखर्जी की जासूसी कराई, जब वे यूपीए सरकार में मंत्री थे और जनरल वीके सिंह सेना प्रमुख थे।'
हाल ही में व्हाट्सएप ने कहा कि इजरायली स्पाईवेयर पेगासस की मदद से उसके ग्राहकों की जासूसी हुई है। इजरायल की एक फर्म के स्पाईवेयर पेगासस (Pegasus)का इस्तेमाल व्हाट्सएप पर भारतीयों की जासूसी के लिए किया गया है। इस खुलासे के बाद भारत सरकार ने व्हाट्सएप से मामले पर स्पष्टीकरण मांगा। सरकार ने कंपनी से पूछा है कि उसने करोड़ों भारतीयों की निजता की सुरक्षा के लिये क्या कदम उठाए हैं। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट किया, 'भारत सरकार व्हाट्सएप पर भारत के लोगों से जुड़ी जानकारियों की चोरी को लेकर चिंतित है। हमने व्हाट्सऐप को यह स्पष्ट करने को कहा है कि यह किस प्रकार की जासूसी है और उसने करोड़ों भारतीयों की निजता की सुरक्षा के लिये क्या कदम उठाया है।'
आरोपों पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'बेईमान भाजपा सरकार ने जासूसी मामले पर वाजिब सवालों के जवाब देने से इनकार किया। भारत सरकार में किसने स्पाइवेयर की खरीदारी की? प्रधानमंत्री या राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार में से किसने इसकी खरीद की इजाजत दी?अगर फेसबुक ने मई, 2019 में सरकार को सूचित किया तो सरकार खामोश क्यों रही? जिम्मेदार लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई?'