- स्वामी ने 20 साल पहले सोनिया गांधी की शैक्षणिक योग्यता को लेकर सवाल उठाए थे
- इस संबंध में वो सुप्रीम कोर्ट तक भी गए थे
- बीजेपी सांसद स्वामी ने लोकसभा अध्यक्ष से इस मामले को आचार समिति को भेजने का अनुरोध किया है
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 17वीं लोकसभा 'Who’s Who' प्रकाशन के लिए अपनी शैक्षणिक योग्यता को गलत बताया है। स्वामी का कहना है कि सोनिया गांधी ने लोकसभा में अपनी शैक्षिक योग्यता को फिर से गलत बताया है। इस संबंध में स्वामी ने ट्वीट किया है और साक्ष्य के तौर पर कागज पेश किया है। उन्होंने कहा है कि इस संबंध में उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से शिकायत की है। स्वामी ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर कहा है कि सोनिया गांधी ने गलत तरीके से कहा है कि 1965 में उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अंग्रेजी भाषा में प्रमाण पत्र प्राप्त किया है। इस झूठे दावे पर मैंने 20 साल से अधिक समय पहले सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे खटखटाए थे।
उन्होंने लिखा, 'तब जस्टिस बालकृष्णन के नेतृत्व वाली चीफ जस्टिस बेंच ने इस मसले पर सुनवाई की थी। यह आग्रह किया गया था कि वह इस झूठी जानकारी को फिर से प्रस्तुत नहीं करेगी और इसलिए मुझे सजा के बिना मामले को निपटाने की अनुमति देने के लिए 'बड़ा दिल' वाला होना चाहिए। इस आधार पर मैं सहमत था।'
स्वामी ने स्पीकर से इस मामले को लोकसभा की आचार समिति को भेजे जाने का अनुरोध किया और कहा कि उन्हें सबूत पेश करने में खुशी होगी ताकि उन्हें (सोनिया) उनकी शैक्षणिक योग्यता के बारे में इस जानबूझकर और बार-बार बोल जाने वाले झूठे के लिए दंडित किया जा सके। राज्यसभा सांसद ने स्पीकर से 15वीं और 16वीं लोकसभा के लिए 'Who's Who' के अंतर को खोजने के लिए सोनिया गांधी की पिछली फाइलिंग की तुलना करने का आग्रह किया।