- सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है
- सीबीआई ने इसके लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है
- इसमें शामिल अधिकारी कई हाइप्रोफाइल मामलों की जांच से जुड़े रहे हैं
नई दिल्ली : बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच अब सीबीआई के हवाले है। सीबीआई की टीम मुंबई पहुंच अपनी जांच भी शुरू कर चुकी है। इस मामले की जांच के लिए सीबीआई ने विशेष जांच टीम का गठन किया है, जिसमें एंटी-करप्शन यूनिट VI के अधिकारी होते हैं। सीबीआई की यह खास यूनिट विजय माल्या, कोयला घोटाला और अगस्तावेस्टलैंड जैसे हाइप्रोफाइल केस की जांच में शामिल रह चुकी है।
अगस्तावेस्टलैंड मामले में बिचौलिये क्रिस्चन मिशेल के दुबई से भारत प्रत्यर्पण में इस यूनिट की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिसके अधिकारी अब सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच में जुट गए हैं। देश की शीर्ष जांच एजेंसी की एसआईटी में शामिल अधिकारी बेहद तेज-तर्रार हैं, जो मामलों की जटिलताओं को निपटाने में अपनी निपुणता के लिए जाने जाते हैं।
हाइप्रोफाइल मामलों की कर चुके हैं जांच
मनोज शशिधर सीबीआई के संयुक्त निदेशक हैं। वह 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और टीम में सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं। वह फरवरी 2020 से सीबीआई के संयुक्त निदेशक पद पर हैं। इससे पहले वह वडोदरा, अहमदाबाद अपराध शाखा के पुलिस आयुक्त, अमदाबाद के संयुक्त पुलिस आयुक्त और गुजरात के पांच जिलों में पुलिस अधीक्षक के तौर पर सेवा दे चुके हैं। वे जिन प्रमुख मामलों की जांच में शामिल रहे हैं, उनमें विजय माल्या और अगस्ता वेस्टलैंड केस शामिल है।
गगनदीप गंभीर सीबीआई में डीआईजी पद पर हैं। वह पंजाब विश्वविद्यालय की टॉपर हैं और 2004 बैच के गुजरात कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने गुजरात में राजकोट सहित कई जिलों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के तौर पर काम किया है। वह 2016 में सीबीआई में प्रतिनियुक्त की गई थीं और विजय माल्या सहित कई हाई प्रोफाइल मामलों की जांच कर चुकी हैं।
उत्कृष्ट सेवा के लिए जाने जाते हैं ये अफसर
अनिल यादव सीबीआई में एडिशनल एसपी हैं। वह उस टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं, जिन्होंने राष्ट्रमंडल खेल घोटाले, शोपियां रेप केस और विजय माल्या मामले की जांच की है। उन्होंने एमबीबीएस स्टूडेंट नम्रता दामोर की मौत मामले की जांच भी की। मध्यप्रदेश से ताल्लुक रखने वाले अनिल यादव को उनकी सेवाओं के लिए वर्ष 2015 में गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था।
नूपुर प्रसाद सीबीआई में एसपी हैं। वह 2007 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं और बिहार में टिकारी के सलेमपुर गांव की रहने वाली है। वह दिल्ली में शाहदरा की डीसीपी भी रह चुकी हैं। वह एजेंसी की सुपरकॉप के रूप में जानी जाती हैं। उन्होंने हत्या के कई मामलों और ऑनलाइन वित्तीय घोटालों की भी जांच की है। वह अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले और विजय माल्या से संबंधित मामलों की जांच में भी शामिल रही हैं।