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17 मार्च को सामने आया तबलीगी जमात और कोरोना का पहला लिंक, तबलीगी गतिविधियों के लिए इस साल 2100 विदेशी आए भारत

Updated Apr 01, 2020 | 09:43 IST

Tablighi Jamaat Nizamuddin Markaz: इस महीने दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुई तबलीगी जमात ने कोरोना वायरस के खतरे को और बढ़ा दिया है। देश के कई राज्यों में यहां से लोग पहुंचे हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspAP
तबलीगी जमात में जुटे हजारों लोग
मुख्य बातें
  • निजामुद्दीन मरकज से लोगों को निकाला जा रहा है। कई अस्पताल में भर्ती हुए कई पृथक केंद्र में रहे रखे
  • यहां तबीलीगी जमात में हिस्सा लेने के बाद लोग देश के अन्य-अन्य राज्यों में गए लोग
  • हर राज्य में तबलीगी जमात के कार्यकर्ताओं का पता लगाया जा रहा है और उन्हें अलग रहने को कहा जा रहा है

नई दिल्ली: दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में इस महीने हुई तबलीगी जमात ने देश की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, इसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। अब तबलीगी जमात की मरकज से लोगों को निकाला जा रहा है, जिसमें से कई में कोरोना वारयस के लक्षण पाए गए हैं, उन्हें क्वारंटाइन किया गया है। इसका खतरा अब पूरे देश में बढ़ रहा है, क्योंकि कई लोग जमात में हिस्सा लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में चले गए। राज्य सरकारें उन्हें ढूंढने में लगी हुई हैं।

17 मार्च को तेलंगाना में कोरोना वायरस का एक मामला सामने आने के बाद तबलीगी जमात और कोविड-19 के प्रसार के बीच संबंध पहली बार सामने आया। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'तेलंगाना में तबलीगी जमात से जुड़े कोरोना रोगी के बारे में जानकारी 18 मार्च को हमारे पास आई। एक इंडोनेशियाई जिसने इसमें भाग लिया और फिर तेलंगाना गया और 17 मार्च को कोरोना पॉजिटिव आया। अगले दिन से, खुफिया एजेंसियों और मंत्रालय ने सभी विदेशियों का पता लगाना शुरू कर दिया।'

21 मार्च को राज्यों की पुलिस को किया आगाह
सरकार ने कहा है कि इस साल तबलीगी गतिविधियों के लिए 2100 विदेशी भारत आए हैं। 21 मार्च तक उनमें से लगभग 824 देश के विभिन्न हिस्सों में चले गए, 216 निजामुद्दीन मरकज में रह रहे हैं, जिनमें से कई कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। मंत्रालय ने कहा कि 21 मार्च को 824 विदेशियों का विवरण सभी राज्य पुलिस बलों से साझा किया गया जिससे उनकी पहचान हो सके और चिकित्सा जांच के बाद उन्हें अलग रखा जा सके।

मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि 21 मार्च को मरकज में करीब 1,746 लोग रह रहे थे। इनमें से 216 विदेशी थे और 1530 भारतीय। 26 मार्च से मरकज में रह रहे तबलीगी जमात के सभी लोगों की चिकित्सा जांच की जा रही है।

कई देशों से आए लोग
इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका और किर्गिस्तान के नागरिक इस तबलीगी जमात में शामिल होने के लिए भारत आए। 28 मार्च को सभी राज्यों की पुलिस से कहा गया है कि वे तबलीगी कार्यकर्ताओं के नामों की सूची तैयार करें, उनका पता लगाएं और चिकित्सा जांच के बाद उन्हें अलग करें। अब तक विभिन्न राज्यों में ऐसे 2,137 लोगों की पहचान हुई है। 

24 को हुआ कोरोना
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि निजामुद्दीन मरकज से 1,548 लोगों को निकाला गया है जिनमें से 441 को कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के बाद अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए 1,107 लोगों को पृथक रखा गया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में कोरोना वायरस के 97 मामलों में से 24 लोग वे हैं जो इस महीने के शुरू में धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। 

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