- मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि 'अपरिहार्य कारणों' से लॉकडाउन लगाया जा रहा है
- पूर्ण लॉकडाउन 10 मई को सुबह चार बजे से 24 मई को सुबह चार बजे तक लागू रहेगा
- स्टालिन ने कहा है कि उनकी सरकार निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों का सारा खर्च उठाएगी
नई दिल्ली: तमिलनाडु (Tamolnadu) में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ने के बीच सरकार ने इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए राज्यभर में दो हफ्ते का 'पूर्ण लॉकडाउन' (Complete Lockdown) लगाने की शनिवार को घोषणा की। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने एक बयान में कहा कि 'अपरिहार्य कारणों' से लॉकडाउन लगाया जा रहा है और चिकित्सा विशेषज्ञों के अलावा शुक्रवार को जिलाधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक से मिली जानकारियों के आधार पर यह फैसला लिया गया है।
उन्होंने कहा, 'पूर्ण लॉकडाउन 10 मई को सुबह चार बजे से 24 मई को सुबह चार बजे तक लागू रहेगा।' बताया जा रहा है कि इस दौरान किराना, राशन, मांस की दुकानें दोपहर 12 बजे तक खोलने की परमीशन दी गई है वहीं अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को पहले ई-रजिस्ट्रेशन कराना होगा इसके अलाव पर्यटन स्थलों की यात्रा पर प्रतिबंध भी रहेगा।
प्राइवेट अस्पतालों में कोविड मरीजों का सारा खर्च उठाएगी राज्य सरकार
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा है कि उनकी सरकार निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों का सारा खर्च उठाएगी, मुख्यमंत्री ने एक आदेश में कहा, राज्य स्वास्थ्य बीमा कवर निजी अस्पतालों में कोविड के इलाज का खर्च वहन करेगा वहीं एक और आदेश जारी किया जिसमें तमिलनाडु के हर चावल कार्ड धारकों को 2,000 रुपये देगी।
रामदास ने पूरे राज्य में लॉकडाउन लगाने का आग्रह किया था
इससे पहले पीएमके के संस्थापक एस रामदास ने तमिलनाडु सरकार से कोरोना के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए पूरे राज्य में लॉकडाउन लगाने का आग्रह किया था साथ ही लॉकडाउन की अवधि के दौरान प्रत्येक परिवार को 5,000 रुपये प्रदान करने की बात कही थी उन्होंने आग्रह किया है कि राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगाना जरूरी है नहीं तो कोरोना वायरस का प्रसार नहीं रोका जा सकेगा।
राज्य में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 197 लोगों की मौत हुई
गौर हो कि तमिलनाडु में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 26,465 नए मामले आए और पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 197 लोगों की मौत हुई। इसके साथ राज्य में संक्रमण के मामले 13.23 लाख हो चुके हैं और मृतकों की संख्या 15,171 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 1,35,355 मरीजों का उपचार चल रहा है।