- देशभर से कोरोना के अब तक कुल 3500 मामले सामने आए, अब तक 89 लोगों की मौत
- कोरोना से महाराष्ट्र और दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित
- केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की तरह से कोरोना के खिलाफ लड़ाई तेज
नई दिल्ली। देश इस समय कोरोना काल से गुजर रहा है। पूरे देश से अब तक कुल 3500 मामले सामने आए हैं और 89 लोगों काल के गाल में समा चुके हैं। सबसे बुरी तस्वीर महाराष्ट्र की है। इन सबके बीच कोरोना से लेकर तमाम तरह की भ्रामक खबरें भी सामने आती रहती हैं जिसे लेकर केंद्र और राज्य सरकारें सतर्क हैं।
कोरोना से जुड़ी हर छोटी बड़ी जानकारियों को देने के लिए हर दिन शाम चार बजे टेलीविजन स्क्रीन पर चार अधिकारी नजर आते हैं। ये चारों लोग बताते हैं कि आज की तारीख में कोरोना के इतने मामले हैं और सरकार इससे निपटने के लिए और क्या नए नए उपाय कर रही है। जिन चार अधिकारियों को आम जन तक सूचना पहुंचाने की जिम्मेदारी मिली है उनमें लव अग्रवाल, पुण्य सलीला श्रीवास्तव, ए के धतवलिया और आर सी गंगारखेड़कर का नाम प्रमुख है।
लव अग्रवाल, स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव
लव अग्रवाल 1996 बैच के आंध्र प्रदेश काडर के आईएएस अधिकारी हैं। 2016 में उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय में जॉइंट सेक्रटरी का पदभार संभाला। संयुक्त सचिव बनाए जाने से पहले वो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में स्वास्थ्य मंत्रालय समेत कई अहम जिम्मेदारियों को निभा रहे थे। आईआईटी दिल्ली से बीटेक किए हुए हैं।मूल रूप से यूपी के रहने वाले हैं।
पुण्य सलीला श्रीवास्तव, गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव
पुण्य सलीला श्रीवास्तव केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (नारी सुरक्षा) के पद पर तैनात हैं। मई 2018 में जब पहली बार गृह मंत्रालय में नारी सुरक्षा का अलग से विभाग बनाया गया तो इसकी जिम्मेदारी संभालने के लिए उन्हें चुना गया। पुण्य सलीला श्रीवास्तव 1993 बैच की AGMUT काडर की आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज से फिजिक्स में बी. एसी और एम.एससी किया था।
के एस धतवालिया- प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो यानी पीआईबी के डायरेक्टर जनरल
के एस धतवलिया भारतीय सूचना सेवा यानी इंडियन इन्फॉर्मेशन सर्विस अधिकारी हैं। 1984 में वो इस सेवा के लिए चयनित किए गए थे। इससे पहले वह सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में प्रधान महानिदेशक (अनुसंधान और प्रशिक्षण), गृह मंत्रालय में महानिदेशक (मीडिया और संचार) के पद पर भी कार्यरत रहे हैं।
डॉक्टर रमन आर गांगाखेड़कर- इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR)
डॉक्टर रमन आर गांगाखेड़कर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च में महामारी और संक्रामक बीमारियों के विभाग के प्रमुख हैं। गांगाखेड़कर मे मेडिकल क्षेत्र में कई अहम रिसर्च किए हैं। वह नेशनल एड्स रिसर्च इंस्टिट्यूट पुणे के असिस्टेंट डायरेक्टर भी रह चुके हैं। 1981 में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, औरंगाबाद से मेडिसिन में एमबीबीएस किया था।